बीजिंग, 14 फरवरी (आईएएनएस)। भारत के कोलकाता में चीनी वाणिज्य दूतावास के कार्यवाहक महावाणिज्यदूत छिन योंग ने पश्चिम बंगाल के ग्रामीण क्षेत्र बर्दवान में भारतीय अमूर्त सांस्कृतिक विरासत खेल और मनोरंजन परियोजनाओं पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लिया, जिसे बर्दवान विश्वविद्यालय के अधीनस्थ डॉ. भूपेंद्र नाथ दत्ता स्मृति महाविद्यालय द्वारा आयोजित किया गया।
इस संगोष्ठी में इस महाविद्यालय के प्राचार्य अमल घोष और पश्चिम बंगाल खेल शिक्षा संस्थान, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय और नेपाल के खेल शिक्षा पेशेवरों ने भाग लिया।
छिन योंग ने भाषण देते हुए कहा कि अमूर्त सांस्कृतिक विरासत मानव सभ्यता का क्रिस्टलीकरण है और सभी देशों की पारंपरिक संस्कृतियों की एक बहुमूल्य संपत्ति है। आशा है कि चीन और भारत की दो प्राचीन सभ्यताएं अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के क्षेत्र में आदान-प्रदान को मजबूत करेंगी और संयुक्त रूप से विश्व सांस्कृतिक विविधता के विकास को बढ़ावा देंगी।
छिन योंग ने परिसर का दौरा किया और शिक्षकों और छात्रों के साथ बातचीत की। उन्होंने कॉलेज को खेल शिक्षण विकास का समर्थन करने के लिए फुटबॉल और वॉलीबॉल भी दान किए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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