जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
–आईएएनएस
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
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जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
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इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
–आईएएनएस
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
–आईएएनएस
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।
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जयपुर, 28 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नियुक्त कर अगले विधानसभा चुनाव की बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
जोशी के राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में अभिषेक के दौरान पार्टी कार्यालय में किए गए शक्ति प्रदर्शन को देखने से यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय नेताओं के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों से आई भीड़ और बाउंसरों को तैनात किए जाने से पार्टी कार्यकर्ता हैरान रह गए।
सांसद राज्यवर्धन राठौर जोशी को दिल्ली से जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय ले गए। इससे एक बार फिर राज्य की राजनीति में समीकरणों के बदलाव का संकेत मिला।
जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि राजस्थान में कहीं भी उनके फोटो वाले होर्डिग्स और बैनर नहीं लगेंगे, बल्कि इन होर्डिग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रमुखता दी जानी चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर होंगे।
इसके अलावा, जोशी ने उदयपुर आतंकी घटना के बारे में बात की, जिसमें भाजपा समर्थक कन्हैयालाल मारा गया था और कहा, उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण हुआ था। मैं कहता हूं कि राजस्थान कांग्रेस सरकार ने उसकी गर्दन काट दी थी।
पार्टी के अधिकारियों ने पुष्टि की, उनके भाषण से एक और बात स्पष्ट हो गई कि तुष्टीकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठेगा।
इससे पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे थे। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं की आलोचना करना मुश्किल था और इसलिए केंद्रीय नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पर जोर दे रहा है, जिससे बैनर और होर्डिग में बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा तुष्टिकरण की नीति और हिंदुत्व का मुद्दा होगा।
जोशी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा की कमान संभाली। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लाइन के अंत में बैठे कार्यकर्ता तक पहुंचेंगे। देश में पहली बार केंद्र सरकार ऐसा काम कर रही है, जिससे देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
जोशी ने कहा, अब मुझे विश्वास है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कार्यकर्ता अकर्मण्य, भ्रष्ट और निरंकुश कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि आने वाले 6 महीनों तक हमें कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा और सुनिश्चित करें कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान से हमेशा के लिए बाहर कर दिया जाए, जिसके शासन में किसानों को आंसू बहाना पड़ता है।