अमरावती, 26 फरवरी (आईएएनएस)। क्रिकेटर हनुमा विहारी ने अपमानित होने के बाद आंध्र प्रदेश के लिए दोबारा न खेलने की कसम खाई है। उनकी इस कसम को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी पर निशाना साधा।
विहारी ने खुलासा किया कि एक खिलाड़ी के साथ झगड़े के बाद उन्हें आंध्र टीम के कप्तान पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। उस खिलाड़ी के पिता राजनेता हैं, उन्होंने आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से शिकायत की थी।
टीडीपी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कोमारेड्डी पट्टाभि राम ने हनुमा विहारी जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को कुचलने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए जगन मोहन रेड्डी की आलोचना की।
टीडीपी नेता के मुताबिक, हनुमा विहारी पर उनके साथी कुंत्रपकम पृथ्वीराज के साथ विवाद के बाद इस्तीफा देने का दबाव डाला गया था।
पृथ्वीराज के पिता कुंत्रपकम नरसिम्हा तिरुपति से वाईएसआरसीपी के पार्षद हैं।
पट्टाभि राम ने कहा कि विहारी को लगातार मौखिक दुर्व्यवहार और अपमान का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने फिर कभी आंध्र के लिए नहीं खेलने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, “आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन में भी जगन मोहन रेड्डी ने अपने गुर्गे डाल दिए हैं। क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष शरत चंद्र रेड्डी हैं, जो दिल्ली शराब मामले में भी आरोपी हैं। जगन रेड्डी के करीबी अपराधी क्रिकेट एसोसिएशन चला रहे हैं।”
उन्होंने आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन में वाईएसआरसीपी के अवांछित हस्तक्षेप के लिए भी जगन पर पलटवार किया।
नेता ने कहा, “आंध्र प्रदेश ने जगन रेड्डी की वजह से एक उज्ज्वल क्रिकेट प्रतिभा खो दी।”
विहारी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया कि उन्होंने आंध्र के लिए नहीं खेलने का फैसला किया है, क्योंकि अपने प्रदेश में उन्होंने अपना आत्मसम्मान खो दिया।
उनका पोस्ट रणजी ट्रॉफी 2023-24 सीजन को लेकर था।
–आईएएनएस
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