बेंगलुरू, 10 मार्च (आईएएनएस)। खनन कारोबारी से नेता बने गली जनार्दन रेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि उनके भाजपा में फिर से शामिल होने की बात सच नहीं हैं। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि उनके अपनी पुरानी पार्टी में वापस जाने की संभावना है। अफवाहों को तब बल मिला जब मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्हें जनार्दन रेड्डी के भाजपा में वापस आने का विश्वास है।
बोम्मई ने कहा, जनार्दन रेड्डी पे अभी तक अपने फैसले को सार्वजनिक नहीं किया है। वह तीन दशकों से राजनीति में हैं और अपने फैसले खुद ले सकते हैं। यह एक तथ्य है कि भाजपा पार्टी के साथ उनके लंबे संबंध हैं। मुझे विश्वास है कि वह एक उपयुक्त निर्णय लेंगे।
जनार्दन रेड्डी ने भाजपा में अपनी वापसी की चर्चा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ये झूठ है। जनार्दन रेड्डी ने कहा, मैं एक कदम पीछे नहीं हटूंगा।
उन्होंने कहा, अगर मेरा पैसा विदेशों में है, तो एजेंसियों को इसे ट्रैक करने में कितना समय लगेगा? अगर वे यहां पैसा लाते हैं, तो मैं इसे लोगों में बांट दूंगा। ये अफवाहें इसलिए फैलाई जाती हैं ताकि अन्य नेता मेरी पार्टी में शामिल न हो सकें।
अपने सहयोगियों और साझेदारी फर्मों पर केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी के बाद जनार्दन रेड्डी ने कहा कि जो लोग सोचते हैं कि वे उन्हें झुका सकते हैं और उन्हें अपनी नई पार्टी के साथ आगे बढ़ने से रोक सकते हैं, वे गलत हैं।
राजनीतिक गलियारों में अफवाहें फैल रही हैं कि जनार्दन रेड्डी अपनी पार्टी के भाजपा में विलय पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
उन्होंने कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में भाजपा को चुनौती दी, जिसमें रायचूर, यादगीर, कोप्पल, बीदर, विजयनगर और बल्लारी जिले शामिल हैं। इस घटनाक्रम ने कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी में चिंता बढ़ा दी है।
इस बीच, सीबीआई की विशेष अदालत ने जांच एजेंसियों को जनार्दन रेड्डी के विदेशी निवेश और विदेशी बैंकों में जमा राशि का विवरण एकत्र करने की सहमति दे दी थी। अदालत ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, आइल ऑफ मैन और यूएई के अधिकारियों को पत्र लिखकर वित्तीय लेनदेन का ब्योरा मांगने का भी निर्देश दिया है।
सीबीआई ने यह भी आरोप लगाया है कि 2009-2010 के बीच जनार्दन रेड्डी ने अवैध रूप से 70 से 80 लाख मीट्रिक टन लौह अयस्क का लेनदेन किया था।
–आईएएनएस
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