तेहरान, 6 जनवरी (आईएएनएस)। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने सोमवार को कहा कि देश अपने परमाणु कार्यक्रम के बारे में चिंताओं को दूर करने और प्रतिबंधों को हटाने के लिए “सम्मान और गरिमा के आधार पर” वार्ता के लिए तैयार है।
उन्होंने तेहरान में साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच वार्ता की संभावना के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की।
बाघई ने कहा कि ईरान हमेशा बातचीत में विश्वास करता है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ईरानी विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने स्पष्ट रूप से देश की नवीनतम स्थिति घोषित की है कि “हम प्रतिबंधों को हटाने और ईरान के परमाणु कार्यक्रम की प्रकृति के बारे में चिंताओं को दूर करने के लिए गरिमा और सम्मान-आधारित वार्ता के लिए तैयार हैं।”
बाघई ने कहा, “यह हमारी निश्चित स्थिति है। हालांकि, (किसी भी संभावित) वार्ता का स्वरूप अन्य पक्षों के नजरिए और प्रदर्शन समेत सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद तय किया जाना चाहिए।”
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार बघाई ने बताया कि “तेहरान और फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के ई3 समूह के बीच वार्ता का नया दौर 13-14 जनवरी को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में आयोजित किया जाएगा, इस दौरान पश्चिम एशिया में विकास, यूरोपीय संघ के साथ द्विपक्षीय संबंध, ईरान के परमाणु कार्यक्रम और तेहरान पर प्रतिबंधों को हटाने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।”
ईरान ने जुलाई 2015 में विश्व शक्तियों के साथ एक परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है। इसमें प्रतिबंधों को हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर कुछ अंकुश लगाने पर सहमति व्यक्त की गई थी।
हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका ने मई 2018 में इस समझौते से खुद को अलग कर लिया और ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए, जिससे तेहरान को समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को कम करना पड़ा। जेसीपीओए को पुनर्जीवित करने के लिए वार्ता अप्रैल 2021 में ऑस्ट्रिया के वियना में शुरू हुई। कई दौर की वार्ता के बावजूद, कोई महत्वपूर्ण सफलता हासिल नहीं हुई है।
–आईएएनएस
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