नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिका के बाद इसका दूसरा सबसे बड़ा डेवलपर समुदाय ओपन सोर्स डेवलपर प्लेटफॉर्म गिटहब ने भारत में अपनी पूरी इंजीनियरिंग टीम को हटा दिया है, जिसने पुनर्गठन योजना के हिस्से के रूप में कम से कम 100 कर्मचारियों को प्रभावित किया है।
टेक लेखक गेर्गली ओरोज, जो विशेष रूप से इंजीनियरिंग/डेवलपर टीमों के बीच वैश्विक तकनीकी छंटनी पर नजर रखता है, कहा कि भारत में गिटहब की पूरी टीम को एक साथ जाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, हम 100 इंजीनियरों की बात कर रहे हैं। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि टीम अन्य स्थानों की तुलना में छोटी थी, जिसके पास कम प्राथमिकता वाले काम थे।
ओरोज ने कहा कि उन्होंने (अब पूर्व) गिटहब इंडिया के इंजीनियरों के साथ बात करने के बाद छंटनी की पुष्टि की।
गिटहब के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया कि फरवरी में साझा की गई पुनर्गठन योजना के तहत, कार्यबल में कटौती आज की गई।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया, यह अल्पावधि में हमारे व्यवसाय के स्वास्थ्य की रक्षा करने और हमें आगे बढ़ने वाली हमारी लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटिजी में निवेश करने की क्षमता प्रदान करने के लिए कठिन लेकिन आवश्यक निर्णयों और पुनसर्ंरचना का हिस्सा था।
माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले ओपन सोर्स डेवलपर प्लेटफॉर्म ने फरवरी में घोषणा की थी कि वह कंपनी के वित्तीय वर्ष के अंत तक अपने 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है।
छंटनी की घोषणा से पहले गिटहब में लगभग 3,000 कर्मचारी थे।
गिटहब के सीईओ थॉमस डोहमके ने कर्मचारियों को भेजे ईमेल में कहा था कि हर कारोबार के लिए सतत विकास जरूरी है।
सीईओ ने लिखा, आज, हम 100 मिलियन डेवलपर्स का घर हैं और हमें कल की दुनिया के लिए डेवलपर-फस्र्ट इंजीनियरिंग सिस्टम बनना चाहिए। हमें अपने ग्राहकों को गिटहब के साथ बढ़ने और फलने-फूलने में मदद करना जारी रखना चाहिए, हर दिन उनका समर्थन करते हुए उनकी क्लाउड अपनाने की यात्रा को तेज और सरल बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से, इसमें ऐसे बदलाव शामिल होंगे, जिसके चलते वित्त वर्ष 2023 के अंत तक गिटहब के कर्मचारियों की संख्या में 10 प्रतिशत तक की कमी आएगी। मैंने 18 जनवरी को जो हायरिंग पॉज की घोषणा की थी, वह प्रभावी है।
ओपन सोर्स डेवलपर प्लेटफॉर्म विश्व स्तर पर 100 मिलियन सदस्यों तक पहुंच गया है और भारत में भी तेजी से बढ़ रहा है, जहां इसने प्लेटफॉर्म पर 10 मिलियन डेवलपर्स को पार कर लिया है।
यह भारत को अमेरिका के बाद गिटहब पर दूसरा सबसे बड़ा डेवलपर समुदाय बनाता है।
–आईएएनएस
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