मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
ADVERTISEMENT
वडोदरा, 26 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के वडोदरा में दो दशकों से बिना औपचारिक चिकित्सा शिक्षा के प्रैक्टिस कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर पकड़ लिया गया है।
असीम कुमार संखरी वडोदरा के रायपुर गांव में बिना लाइसेंस लोगों का इलाज कर रहे थे। सोमवार को अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले संखरी के पास कोई औपचारिक चिकित्सा शिक्षा नहीं है, लेकिन वह वर्षों से अनगिनत मरीजों को धोखा देते हुए अपना खुद का क्लिनिक खोलने और चलाने में कामयाब रहे।
गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने संखरी को गिरफ्तार कर लिया और उसके क्लिनिक से दवाएं और नकदी जब्त कर ली। ऐसा माना जाता है कि यह धनराशि उन बेखबर मरीजों से जमा हुई थी, जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के मामले में उन पर भरोसा किया था।
इस रहस्योद्घाटन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। जिससे अब क्षेत्र में संचालित क्लीनिकों की साख की गहन समीक्षा की जा रही है। मामले की अभी जांच चल रही है।
2021 में, गुजरात के डीजीपी ने बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सख्त आदेश जारी किए थे।
वडोदरा ग्रामीण एसओजी ने चिकित्सकों की योग्यताओं को सत्यापित करने के लिए गहन जांच की। इससे पहले 2021 में डॉ. एस.एस. साहब और डॉ. एस. बिस्वास को दाभोई में बिना वैध डिग्री के चिकित्सा अभ्यास करते हुए पाया गया था।