पाटन, 10 फरवरी (आईएएनएस)। गुजरात में दो फरवरी को राधनपुर शहर के सर्वोदय नेत्र अस्पताल में मोतियाबिंद सर्जरी के बाद कथित तौर पर सात मरीजों की आंखों की रोशनी आंशिक या पूरी तरह से चली गई। इसके बाद राज्य सरकार ने जांच शुरू की है।
अधिकारियों ने कहा कि अस्पताल अब जांच के दायरे में हैं। अधिकारी मामले की गहन जांच शुरू कर रहे हैं।
सर्वोदय नेत्र अस्पताल की ट्रस्टी भारती वखारिया के अनुसार, प्रक्रिया से गुजरने वाले 13 मरीजों में से 7 को संक्रमण के कारण गंभीर जटिलताओं का अनुभव हुआ।
इनमें से पांच मरीजों को आगे की चिकित्सा सहायता के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल के एम एंड जे इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी में स्थानांतरित कर दिया गया। वहीं, दो को मेहसाणा जिले के विसनगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रभावित मरीजों का फिलहाल अहमदाबाद आई हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर डॉ. उमंग मिश्रा ने बताया कि उनकी आंखों की रोशनी धुंधली हो गई है और वे केवल हाथ की गतिविधियों का ही पता लगा सकते हैं।
अतिरिक्त लक्षणों में आंखों से पानी आना और लाल धब्बे शामिल हैं, जो पाटन में सर्जरी से उत्पन्न होने वाली गंभीर जटिलताओं का संकेत हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि चिंताजनक स्थिति के जवाब में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने गहन जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया है।
पटेल ने लापरवाही के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। यह एक महीने के भीतर गुजरात में अपनी तरह की दूसरी घटना है, जिससे राज्य में मरीजों की सुरक्षा और सर्जिकल मानकों पर चिंता बढ़ गई है।
–आईएएनएस
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