लखनऊ, 14 मार्च (आईएएनएस)। 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का पुरस्कार हासिल करने वालीं द एलिफैंट व्हिस्पर्स की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा का उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से खास कनेक्शन है।
डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन के जनसंचार और पत्रकारिता विभाग के डीन प्रोफेसर गोविंद पांडे को यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि उन्होंने 2002 में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध मधु बाला इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (एमबीआईसीईएम) में गुनीत को पढ़ाया था।
प्रोफेसर पांडे ने कहा, गुनीत मोंगा एमबीआईसीईएम में बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की छात्रा थी, जहां मैं टेलीविजन पत्रकारिता पढ़ाता था और शॉर्ट फिल्मों के बारे में जानकारी भी देता था।
उन्होंने आगे कहा, वह कॉलेज के दिनों से ही क्रिएटिव थीं और एक्टिविटीज में सक्रिय रूप से भाग लेती थीं। मैं आग्रह करता हूं कि गुनीत दूसरों को भी अर्थपूर्ण डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए प्रेरित करें। एक शिक्षक के रूप में, मैं आग्रह करता हूं कि वह ज्यादा से ज्यादा अवॉर्ड्स हासिल करें। कई और युवा फिल्म निमार्ताओं को अर्थपूर्ण डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए प्रेरित करें। उनकी ऑस्कर विजेता फिल्म मनुष्यों और जानवरों के उनके प्राकृतिक आवास में शांतिपूर्ण जीवन का एक बेहतरीन उदाहरण है।
जूलॉजिस्ट ज्ञानेश्वर शुक्ला ने कहा, एलिफेंट व्हिस्पर्स बहुत ही शानदार डॉक्यूमेंट्री फिल्म है, जो इंसान और जानवरों के बीच के संबंध को दर्शाता है। दुर्भाग्य से, हमारे विश्वविद्यालय जूलॉजी में सैकड़ों स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट हैं, लेकिन एक भी प्राणी विज्ञानी इस प्रोडक्शन का मुकाबला नहीं कर सकता। यह इस तरह की और प्रस्तुतियों को प्रोत्साहित करने के लिए पाठ्यक्रम को बदलने और संशोधित करने के लिए प्रेरक है।
यह गुनीत मोंगा का दूसरा ऑस्कर है। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2019 में डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट कैटेगरी में पीरियड. एंड ऑफ सेंटेंस के लिए ऑस्कर जीता था। मोंगा इस फिल्म के एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर थीं।
–आईएएनएस
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