पणजी, 26 सितंबर (आईएएनएस)। दक्षिण गोवा के प्रियोल के तीन स्कूलों में मिड-डे मील के ‘सोया चंक्स पुलाव’ में कीड़े मिलने के बाद खलबली मच गई है। शिकायत के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों ने मंगलवार को भोजन के नमूने एकत्र किए।
शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
–आईएएनएस
एमकेएस
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पणजी, 26 सितंबर (आईएएनएस)। दक्षिण गोवा के प्रियोल के तीन स्कूलों में मिड-डे मील के ‘सोया चंक्स पुलाव’ में कीड़े मिलने के बाद खलबली मच गई है। शिकायत के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों ने मंगलवार को भोजन के नमूने एकत्र किए।
शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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पणजी, 26 सितंबर (आईएएनएस)। दक्षिण गोवा के प्रियोल के तीन स्कूलों में मिड-डे मील के ‘सोया चंक्स पुलाव’ में कीड़े मिलने के बाद खलबली मच गई है। शिकायत के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों ने मंगलवार को भोजन के नमूने एकत्र किए।
शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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पणजी, 26 सितंबर (आईएएनएस)। दक्षिण गोवा के प्रियोल के तीन स्कूलों में मिड-डे मील के ‘सोया चंक्स पुलाव’ में कीड़े मिलने के बाद खलबली मच गई है। शिकायत के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों ने मंगलवार को भोजन के नमूने एकत्र किए।
शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
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सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
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सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
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एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने कहा, ”उन्होंने भोजन के नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आपूर्तिकर्ता को समस्या का समाधान होने तक आपूर्ति रोकने के लिए कहा गया है।”
सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
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सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
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सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।
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शिक्षा निदेशक शैलेश झिंगाडे ने आईएएनएस को बताया कि शिकायत मिलने के बाद, खाद्य एवं औषधि प्रशासन निदेशालय के अधिकारियों को नमूने लेने के लिए बुलाया गया था।
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सूत्रों ने बताया कि गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तीन स्कूलों ने उनसे इस घटना की शिकायत की है। अधिकारी ने कहा, “आज इन स्कूलों में ‘सोया चंक्स पुलाव’ की आपूर्ति की गई, जब छात्रों ने इसे खाने की कोशिश की, तो उन्हें टुकड़ों में कीड़े मिले।”
मध्याह्न भोजन कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को दिया जाता है। इससे तटीय राज्य के 1,400 सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों को लाभ मिलता है।
गोवा में मिड-डे मील तैयार करने में लगभग 100 स्वयं सहायता समूह लगे हुए हैं, लगभग सात अभिभावक शिक्षक संघ हैं जो सरकार की मदद से अपने स्कूलों के लिए खाना बनाते हैं।