रांची, 22 फरवरी (आईएएनएस)। झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत बामड़ा रेलवे स्टेशन पर स्थानी नागरिकों के आंदोलन के कारण बुधवार सुबह से ही ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह बाधित हो गया है। बामड़ा और आसपास के लोग ट्रेनों के ठहराव और यात्री सुविधाएं बढ़ाने की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक पर उतर आये हैं।
इस आंदोलन के कारण हावड़ा-मुंबई मेन रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
चक्रधरपुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों में कई ट्रेनें रुक गई हैं। इससे यात्री काफी परेशान हैं।
बामड़ा के ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि कोरोना काल से पहले जितनी ट्रेनें यहां रुकती थीं, उस व्यवस्था को फिर से बहाल किया जाए।
पहले छह ट्रेनों का ठहराव बामड़ा और बागडीह स्टेशन पर होता था। ग्रामीणों का कहना है कि ट्रेन नहीं मिलने से वे काफी परेशान हैं। बार बार मांग पत्र सौंपने के बाद भी रेलवे के अफसर उनकी मांग नहीं सुन रहे हैं, इसलिए मजबूरन उन्हें रेल चक्का जाम करना पड़ रहा है।
रेलवे के अधिकारी जाम को हटाने को लेकर ग्रामीणों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।
–आईएएनएस
एसएनसी/एसकेपी
रांची, 22 फरवरी (आईएएनएस)। झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत बामड़ा रेलवे स्टेशन पर स्थानी नागरिकों के आंदोलन के कारण बुधवार सुबह से ही ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह बाधित हो गया है। बामड़ा और आसपास के लोग ट्रेनों के ठहराव और यात्री सुविधाएं बढ़ाने की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक पर उतर आये हैं।
इस आंदोलन के कारण हावड़ा-मुंबई मेन रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
चक्रधरपुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों में कई ट्रेनें रुक गई हैं। इससे यात्री काफी परेशान हैं।
बामड़ा के ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि कोरोना काल से पहले जितनी ट्रेनें यहां रुकती थीं, उस व्यवस्था को फिर से बहाल किया जाए।
पहले छह ट्रेनों का ठहराव बामड़ा और बागडीह स्टेशन पर होता था। ग्रामीणों का कहना है कि ट्रेन नहीं मिलने से वे काफी परेशान हैं। बार बार मांग पत्र सौंपने के बाद भी रेलवे के अफसर उनकी मांग नहीं सुन रहे हैं, इसलिए मजबूरन उन्हें रेल चक्का जाम करना पड़ रहा है।
रेलवे के अधिकारी जाम को हटाने को लेकर ग्रामीणों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।
–आईएएनएस
एसएनसी/एसकेपी