नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)। जामिया मिल्लिया इस्लामिया और नेवादा विश्वविद्यालय, लॉस वेगास (यूएनएलवी) के बीच जल्द ही साझेदारी हो सकती है। दोनों विश्वविद्यालयों ने इस संभावित शैक्षणिक साझेदारी पर चर्चा की भी की है।
जामिया और नेवादा विश्वविद्यालय ने साझेदारी की संभावनाएं तलाशने के लिए एक ऑनलाइन बैठक की है। जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कहा कि दोनों संस्थान लर्निंग के विभिन्न क्षेत्रों में अकादमिक सहयोग और अनुसंधान के लिए एक साथ आ सकते हैं।
प्रबंधन अध्ययन संकाय विपणन उद्यमिता और अंतरराष्ट्रीय व्यापार अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए यूएनएलवी के ली बिजनेस स्कूल के साथ काम कर सकता है।
दंत चिकित्सा संकाय समुदाय के लिए ओरल स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में उन्नत शिक्षा के लिए यूएनएलवी में स्कूल ऑफ डेंटल मेडिसिन के साथ सहयोग कर सकता है।
शिक्षा संकाय नेतृत्व विकास और उच्च शिक्षा के क्षेत्रों में सहयोग करने के अलावा यूएनएलवी के प्रारंभिक बाल्यावस्था और विशेष शिक्षा विभाग के साथ काम कर सकता है। जामिया में इंजीनियरिंग संकाय व्यावहारिक शिक्षा अनुभव के माध्यम से कई इंजीनियरिंग विषयों में मूलभूत शिक्षा को सुदृढ करने के लिए हावर्ड ह्यूजेस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के साथ मिलकर काम कर सकता है।
यूएनएलवी में सिविल और पर्यावरण इंजीनियरिंग विभाग भी दोनों संस्थानों में पर्यावरण अध्ययन को बढ़ावा देने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
जामिया के मुताबिक ललित कला संकाय और वास्तुकला संकाय छात्रों को प्रोफेशनल विकास और रोजगार के लिए तैयार करने के लिए यूएनएलवी में ललित कला कॉलेज के साथ सहयोग कर सकते हैं।
मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर, जो जामिया का एक प्रमुख केंद्र है, यूएनएलवी में ललित कला कॉलेज के साथ सहयोग करने और मनोरंजन इंजीनियरिंग और डिजाइन के विकास के लिए प्रयास कर सकता है।
जामिया की कुलपति ने कहा कि जामिया में प्रबंधन अध्ययन संकाय का पर्यटन और आतिथ्य विभाग, कक्षा और वास्तविक दुनिया के अनुभवों को मिश्रित करके आतिथ्य प्रबंधन कार्यक्रमों में नए मानक बनाने के लिए यूएनएलवी में विलियम हाराह कॉलेज ऑफ हॉस्पिटैलिटी के साथ काम कर सकता है।
कुलपति ने कहा, “जामिया और यूएनएलवी के बीच एकेडेमिक रिसर्च कन्वर्जेन्स के कई क्षेत्र हैं जिन्हें स्वीकार्य नियमों और शर्तों पर, संभावित संयुक्त अनुसंधान गतिविधियों और फैकल्टी-छात्रों के आदान-प्रदान के साथ पारस्परिक चर्चा के माध्यम से अनुसंधान के लिए खोजा जा सकता है।”
ऑनलाइन बैठक केवल एक प्रक्रिया की शुरुआत थी, जो आने वाले हफ्तों में एक समझौता ज्ञापन के रूप में जामिया और यूएनएलवी के बीच एक सार्थक शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग में तब्दील होगी।
–आईएएनएस
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