बीजिंग, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र स्थित चीन के स्थायी प्रतिनिधि चांग चून ने 14 दिसंबर को सुरक्षा परिषद में बहुपक्षवाद पर खुली बहस में भाषण देते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सच्चे बहुपक्षवाद का अभ्यास करने और दुनिया के सामने मौजूद खतरों और चुनौतियों का अधिक प्रभावी ढंग से मुकाबला करने की अपील की।
चांग चून ने कहा कि सच्चे बहुपक्षवाद का सार यह है कि अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर सभी को संयुक्त रूप से चर्चा करनी चाहिए और दुनिया के भविष्य और नियति को विभिन्न देशों द्वारा नियंत्रित किया जाना चाहिए। आज की दुनिया के सामने विभिन्न चुनौतियां मौजूद हैं, जिसका कारण यह नहीं है कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्य और सिद्धांत पुराने हो चुके हैं, बल्कि इन उद्देश्यों और सिद्धांतों को प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया गया है। कारण यह नहीं है कि बहुपक्षवाद में कोई समस्या है, बल्कि बहुपक्षवाद का सच्चा अभ्यास नहीं किया गया है।
चांग चून ने कहा कि सच्चे बहुपक्षवाद का अर्थ है कि दुनिया एक परिवार है और मानव जाति एक साझे भाग्य वाला समुदाय है। सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र के बैनर तले एकता को मजबूत करना, समान विकास हासिल करना व समान सुरक्षा बनाए रखना और साझा भविष्य का निर्माण करना चाहिए। जान-बूझकर संबंध-विच्छेद की तलाश करना न तो उचित है और न ही संभव है। विचारधारा के अनुसार रेखा खींचना और विशिष्ट देशों को लक्षित करने वाले गिरोह बनाना बहुपक्षवाद की भावना के विपरीत हैं, जिससे दुनिया को केवल विभाजन और टकराव की ओर धकेला जाएगा।
चांग चून ने बताया कि सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र सामूहिक सुरक्षा प्रणाली का मूल है और बहुपक्षवाद की अवधारणा को क्रियान्वित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने सुरक्षा परिषद को संयुक्त राष्ट्र चार्टर द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए बढ़ावा देने पर चीन के विचार रखे। उन्होंने सुरक्षा परिषद की एकता और सहयोग को बढ़ाने, विवादों के राजनीतिक समाधान का पालन करने, मूल समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित करने और सुरक्षा परिषद के काम के तरीके को लगातार सुधारने पर जोर दिया।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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