बीजिंग, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 14 अक्तूबर को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से फोन पर बातचीत की। इस दौरान ब्लिंकन ने मध्य-पूर्व की अपनी वर्तमान यात्रा और वर्तमान फिलिस्तीन- इजरायल संघर्ष पर अमेरिका की स्थिति का परिचय दिया।
वांग यी ने कहा कि फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके नियंत्रण से बाहर होने का ख़तरा बना हुआ है। चीन नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वाली सभी कार्रवाइयों का विरोध करता है और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने वाली सभी प्रथाओं की निंदा करता है।
चीन का मानना है कि अपनी सुरक्षा की रक्षा निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचाकर नहीं की जा सकती। सैन्य साधनों के माध्यम से कोई रास्ता नहीं है, और हिंसा के लिए हिंसा का उपयोग केवल एक दुष्चक्र पैदा करेगा।
उन्होंने बल देते हुए कहा कि फ़िलिस्तीनी मुद्दे का मौलिक समाधान “दो-राज्य समाधान” के कार्यान्वयन, एक स्वतंत्र फ़िलिस्तीन राज्य की स्थापना और फ़िलिस्तीन व इज़राइल के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की प्राप्ति में निहित है।
चीन व्यापक सहमति की प्राप्ति को बढ़ावा देने के लिए जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन बुलाने का आह्वान करता है। अमेरिका को प्रभावी ढंग से रचनात्मक भूमिका निभानी चाहिए और इस मुद्दे को जल्द से जल्द राजनीतिक समाधान की राह पर वापस लाना चाहिए।
वहीं, ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका फिलिस्तीन-इजरायल मुद्दे को हल करने के लिए “दो-राज्य समाधान” का समर्थन करता है, स्थिति को शांत करने और मानवीय राहत प्रदान करने में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका का समर्थन करता है, और चीन के साथ संचार व समन्वय को मजबूत करने का इच्छुक है।
बातचीत में दोनों पक्षों ने चीन-अमेरिका संबंधों पर भी संक्षेप में विचारों का आदान-प्रदान किया। वांग यी ने आशा व्यक्त की कि अमेरिका चीन के साथ एक ही दिशा में आगे बढ़ेगा, दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच हुई सहमति को लागू करेगा, हस्तक्षेप और बाधाओं को दूर करेगा, सकारात्मक सूची को लंबा करेगा और नकारात्मक सूची को छोटा करेगा, चीन के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं का ईमानदारी से सम्मान करेगा, और चीन-अमेरिका संबंधों को स्थिर विकास के रास्ते पर वापस लाएगा।
वहीं, ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका चीन के साथ मिलकर इंडोनेशिया के बाली द्वीप में राष्ट्रपति जो बाइडेन और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को लागू करना, अमेरिका- चीन संबंधों को जिम्मेदारी से प्रबंधित करना चाहता है, ताकि अमेरिका-चीन संबंधों में स्थिरता को बढ़ावा दिया जा सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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