चंडीगढ़, 27 नवंबर (आईएएनएस)। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार पर पार्टी ईवीएम को लेकर सवाल खड़े कर रही है। दोनों चुनाव के परिणामों के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेता से लेकर कार्यकर्ता ईवीएम पर दोष मढ़ रहे हैं।
अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि ईवीएम से चुनाव नहीं होना चाहिए। ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए। अगर देश में बैलेट पेपर से चुनाव नहीं होते हैं तो देशभर में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करेंगे। इसे लेकर एक अभियान भी चलाया जाएगा।
इससे जुड़ा सवाल हरियाणा सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर से किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं और सभी को पता है कि भारत में ईवीएम की शुरुआत किस पार्टी की सरकार के दौरान हुई थी। कांग्रेस जब किसी राज्य में चुनाव हार जाती है तो वह ईवीएम पर सारा दोष डालती है। लेकिन, जब किसी राज्य में चुनाव जीत लिया जाता है तो वहां ईवीएम ठीक रहता है। यह दोहरी नीति क्यों। चुनाव में हार के लिए ईवीएम को दोष देना गलत है।
किसानों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में हरियाणा सरकार में मंत्री ने कहा कि प्रदेश पूरे देश में एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने किसानों के हित में अनेक घोषणाएं की हैं। अगर एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की बात करें तो हरियाणा 24 फसलों को एमएसपी के तहत खरीदने वाला पहला राज्य है। अगर अनुदान राशि और मुआवजे की बात करें तो हमारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूरी तरह से किसान हितैषी है। हम हमेशा किसानों के साथ रहे हैं और आगे भी रहेंगे। हम किसानों के लिए जो काम करते आए हैं, वह इसी तरह जारी रहेगा। अब तक हमने 54 लाख मीट्रिक टन फसलें खरीदी हैं और किसानों को सारा भुगतान कर दिया है।
–आईएएनएस
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