बंगलुरू, 8 जून (आईएएनएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के सामाजिक-आर्थिक जाति सर्वेक्षण को स्वीकार करने और रिपोर्ट के आधार पर विभिन्न समुदायों को सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा ने राज्य में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आर. अशोक ने गुरुवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री लिंगायत और वोक्कालिगा समुदायों को दरकिनार करने की कोशिश कर रहे हैं और जातिगत आंकड़े जारी कर सिर्फ एक समुदाय को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, उन्हें जातिगत जनगणना जारी करने दें, जनता उन्हें सबक सिखाएगी। पिछली भाजपा सरकार द्वारा घोषित आरक्षण कोटे को बदलने पर हम चुप नहीं बैठेंगे। भाजपा नहीं, राज्य के लोग ही उनके खिलाफ विरोध करेंगे।
अशोक ने आगे कहा कि गारंटी योजनाओं को लेकर भ्रम की स्थिति है। उन्होंने कहा, हर मंत्री अलग-अलग बयान दे रहे हैं। सिद्दारमैया ने पहले दावा किया था कि यह लोगों के लिए है। लेकिन, अब यह कहा जा रहा है कि जो लोग टैक्स देते हैं, उनके लिए गारंटी योजना लागू नहीं होगी।
कांग्रेस ने दावा किया कि कोई शर्त नहीं है और लाभार्थियों के लिए नए नियम जारी किए गए हैं। यह लोगों से पैसे छीनकर उन्हें ही देने जैसा है। कांग्रेस की रणनीति की तो सराहना की जानी चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा, भाजपा उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस नेताओं के पैर जमीन पर नहीं टिक रहे हैं। वे उड़ रहे हैं और घोषणा कर रहे हैं कि वे गिरफ्तारी करवाएंगे।
–आईएएनएस
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