deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अर्थजगत

छठ पर 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान : कैट

by
November 5, 2024
in अर्थजगत
0
छठ पर 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान : कैट
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

READ ALSO

आपका फोन बन चुका है अब वर्कस्टेशन, क्या 2025 ‘फ्लैगशिप किलर’ रियलमी जीटी7 सीरीज बैटरी डिमांड को कर पाएगी पूरा?

भारत में एप्पल ने मार्च तिमाही में सबसे अधिक 23 प्रतिशत की वृद्धि की दर्ज

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।

कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।

विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।

इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।”

कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।

इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।

छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एएस

Related Posts

अर्थजगत

आपका फोन बन चुका है अब वर्कस्टेशन, क्या 2025 ‘फ्लैगशिप किलर’ रियलमी जीटी7 सीरीज बैटरी डिमांड को कर पाएगी पूरा?

May 12, 2025
भारत में एप्पल ने मार्च तिमाही में सबसे अधिक 23 प्रतिशत की वृद्धि की दर्ज
अर्थजगत

भारत में एप्पल ने मार्च तिमाही में सबसे अधिक 23 प्रतिशत की वृद्धि की दर्ज

May 12, 2025
बाजार में जोरदार उछाल के कारण अदाणी समूह के शेयरों में 8 प्रतिशत से अधिक की तेजी
अर्थजगत

बाजार में जोरदार उछाल के कारण अदाणी समूह के शेयरों में 8 प्रतिशत से अधिक की तेजी

May 12, 2025
सेंसेक्स-निफ्टी में 4 साल में दिन की सबसे बड़ी तेजी, निवेशकों ने कमाए 16 लाख करोड़
अर्थजगत

सेंसेक्स-निफ्टी में 4 साल में दिन की सबसे बड़ी तेजी, निवेशकों ने कमाए 16 लाख करोड़

May 12, 2025
अर्थजगत

कुछ ग्रो यूजर्स बने करोड़पति तो कुछ खो बैठे पैसा, तकनीकी गड़बड़ी ने बिगाड़ा खेल, बाद में हुआ ठीक

May 12, 2025
अर्थजगत

वित्त वर्ष 2025 में गोल्ड 41 प्रतिशत का जबरदस्त रिटर्न देकर परिसंपत्ति वर्ग में सबसे आगे

May 12, 2025
Next Post

ऐतिहासिक सफलता के पीछे न्यूजीलैंड की अनुकूलन क्षमता : एजाज पटेल

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

क्यूबा की कम्युनिस्ट पार्टी के निमंत्रण पर ली शी ने यात्रा की

क्यूबा की कम्युनिस्ट पार्टी के निमंत्रण पर ली शी ने यात्रा की

September 20, 2023

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने पदक जीतने पर निकहत जरीन व नंदिनी को दी बधाई

October 2, 2023

कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव: एसटी हसन का भाजपा पर तंज, बोले- जितना दबाव बनाएंगे उतना बढ़ेगा सपा का वोट

November 16, 2024
मंडियों में लिफ्टिंग नहीं होने से परेशान किसानों ने किया धरना-प्रदर्शन

मंडियों में लिफ्टिंग नहीं होने से परेशान किसानों ने किया धरना-प्रदर्शन

October 25, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081059
Total views : 5872054
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In