deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

जापान के ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर थान खोफ़ेई का जवाब

by
July 29, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

READ ALSO

गुरतेज सिंह की बायोपिक में अभिमन्यु दसानी का अहम रोल, ‘गलवान’ में बनेंगे नायक

एनसीआर में लौटेगी भीषण गर्मी, 13 मई से फिर बढ़ेगा तापमान

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

ADVERTISEMENT

बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।

थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।

चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।

थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।

थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

Related Posts

ताज़ा समाचार

गुरतेज सिंह की बायोपिक में अभिमन्यु दसानी का अहम रोल, ‘गलवान’ में बनेंगे नायक

May 13, 2025
ताज़ा समाचार

एनसीआर में लौटेगी भीषण गर्मी, 13 मई से फिर बढ़ेगा तापमान

May 13, 2025
ताज़ा समाचार

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि

May 13, 2025
ताज़ा समाचार

पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से पूरी दुनिया को बताया कि भारत की शर्तें क्या हैं : प्रवीण खंडेलवाल 

May 13, 2025
ताज़ा समाचार

सिनर चोटिल डी जोंग को हराकर रोम में आगे बढ़े

May 13, 2025
ताज़ा समाचार

मध्य प्रदेश की सरकार किसी सर्कस से कम नहीं : जीतू पटवारी

May 13, 2025
Next Post

चिप डिजाइनिंग के लिए सात भारतीय स्टार्टअप को मंजूरी: राजीव चंद्रशेखर

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

4 जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही जेल से आ जाऊंगा बाहर : सीएम केजरीवाल

May 13, 2024
नेहा जोशी ने दूसरी मां में यशोदा के किरदार पर की बात

नेहा जोशी ने दूसरी मां में यशोदा के किरदार पर की बात

May 16, 2023
ईपीएस को पार्टी महासचिव के रूप में मान्यता के खिलाफ खटखटाया चुनाव आयोग का दरवाजा

ईपीएस को पार्टी महासचिव के रूप में मान्यता के खिलाफ खटखटाया चुनाव आयोग का दरवाजा

April 3, 2023
सेना, असम राइफल्स मणिपुर जाने वाले मालवाहक ट्रकों को सुरक्षा प्रदान कर रहे

सेना, असम राइफल्स मणिपुर जाने वाले मालवाहक ट्रकों को सुरक्षा प्रदान कर रहे

May 18, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081131
Total views : 5872512
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications