deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

जी-20 बैठक के लिए भारत यात्रा के दौरान बाइडेन बहुपक्षीय बैंकों के सुधार पर ध्यान केंद्रित करेंगे : अमेरिका

by
August 22, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

READ ALSO

बिहार : बार बालाओं का डांस देखकर पुलिस वर्दी में झूमने लगे दारोगा, निलंबित

मंधाना के शतक; स्नेह, अमनजोत की घातक गेंदबाजी से भारत ने श्रीलंका को हराकर त्रिकोणीय श्रृंखला में जीता खिताब (लीड-1)

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

वाशिंगटन, 22 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 की वार्षिक बैठक के लिए 7-10 सितंबर तक भारत का दौरा करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अध्यक्ष के रूप में कर रहा है, और वह इस अवसर का उपयोग वैश्विक दक्षिण को आश्‍वस्त करने के लिए विश्‍व बैंक जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों के आधुनिकीकरण पर “मूल्य प्रस्ताव” को आगे बढ़ाने के लिए करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रपति बाइडेन की यात्रा की घोषणा करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने जोर से और स्पष्ट रूप से सुना है कि देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं।”

उन्होंने आगे कहा : “इसलिए जैसे-जैसे हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी मदद करते रहेंगे।”

बाइडेन की आगामी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा होगी। एक दशक पहले 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

इस बार उनकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति के राजकीय अतिथि के रूप में वाशिंगटन गए थे। व्हाइट हाउस का राजकीय रात्रिभोज इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था।

सुलिवन ने कहा कि बाइडेन भारत में रहते हुए द्विपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे, जिसकी घोषणा यात्रा के करीब की जाएगी। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे? क्या उनकी अन्य विश्‍व नेताओं, जैसे कि रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ तथाकथित आकस्मिक मुठभेड़ होगी, क्‍योंकि वास्तव में उनके बीच अच्छे संबंध नहीं रहे हैं।

सुलिवन ने बाइडेन की आगामी यात्रा के बारे में कहा, “हमारे जी-20 साझेदारों के साथ, वह स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर यूक्रेन में रूस के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने से लेकर बहुपक्षीय की क्षमता बढ़ाने तक वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्‍व बैंक सहित विकास बैंकों की जरूरत है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन वास्तव में चाहते हैं कि जी-20 यात्रा का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और समान विचारधारा वाले भागीदारों के लिए एक मूल्य प्रस्ताव को आगे लाने के अवसर के रूप में किया जाए, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने स्पष्ट रूप से सुना है कि जी20 देश चाहते हैं कि हम उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाएं। इसलिए जैसे ही हम यूक्रेन को महत्वपूर्ण समर्थन देना जारी रखेंगे, हम बाकी दुनिया के लिए भी योगदान देंगे।”

संयुक्त राज्य अमेरिका इन बहुपक्षीय बैंकों को चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के माध्यम से जबरदस्त और अस्थिर ऋण” के विकल्प की पेशकश करने के एक तरीके के रूप में देखता है।

सुलिवान ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि देशों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए उच्च मानक, उच्च उत्तोलन समाधान हों और हमारे पैसे का अधिकतम लाभ पाने का एक तरीका विश्‍व बैंक और आईएमएफ के माध्यम से है, जो अत्यधिक प्रभावी और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान हैं। वे अमेरिकी नेतृत्व का प्रतीक बने रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “इसलिए राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी में कमी और समावेशी आर्थिक विकास दोनों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान करने के लिए विश्‍व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही जलवायु से लेकर प्रवासन और कोविड-19 से उबरने तक वैश्विक चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, विश्‍व बैंक के अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा की नियुक्ति का उद्देश्य “इस दृष्टिकोण को वास्तविक बनाना” था।

–आईएएनएस

एसजीके

Related Posts

ताज़ा समाचार

बिहार : बार बालाओं का डांस देखकर पुलिस वर्दी में झूमने लगे दारोगा, निलंबित

May 11, 2025
मंधाना के शतक; स्नेह, अमनजोत की घातक गेंदबाजी से भारत ने श्रीलंका को हराकर त्रिकोणीय श्रृंखला में जीता खिताब (लीड-1)
ताज़ा समाचार

मंधाना के शतक; स्नेह, अमनजोत की घातक गेंदबाजी से भारत ने श्रीलंका को हराकर त्रिकोणीय श्रृंखला में जीता खिताब (लीड-1)

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

जस्टिस बीआर गवई ने अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘मैं देश का पहला बौद्ध चीफ जस्टिस बनने जा रहा हूं’

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

फिल्स ने सितसिपास के खिलाफ वापसी करते हुए जीत दर्ज की, मेदवेदेव चौथे दौर में पहुंचे

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

हिंदुस्‍तान के खिलाफ माहौल बनाए रखने में है पाकिस्‍तान की फौज का अस्तित्व : पवन कुमार बंसल

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

चोटिल हेजलवुड का फिर से आईपीएल में खेलना संदिग्ध

May 11, 2025
Next Post

शंकर शर्मा को ब्राइटकॉम के शेयर बेचने से रोका गया

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

इस साल लगभग 200 लगा रही है दिल्ली सरकार

July 4, 2023
उर्वरक सब्सिडी में 50 फीसद की कटौती के लिए वैकल्पिक पौध पोषक तत्वों पर जोर देगी सरकार

उर्वरक सब्सिडी में 50 फीसद की कटौती के लिए वैकल्पिक पौध पोषक तत्वों पर जोर देगी सरकार

June 18, 2023
704 जिलों में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में है केंद्र का सहयोग

704 जिलों में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में है केंद्र का सहयोग

December 13, 2022
जिंदा दिखा रूसी कमांडर, मिसाइल हमले में यूक्रेन के दावे पर सवाल उठा रहा वीडियो

जिंदा दिखा रूसी कमांडर, मिसाइल हमले में यूक्रेन के दावे पर सवाल उठा रहा वीडियो

September 27, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081001
Total views : 5871247
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications