नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। ग्रीस और भारत उच्च शिक्षा के क्षेत्र में साथ काम करने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें संयुक्त रिसर्च, प्रशिक्षण, ट्विनिंग प्रोग्राम और विकास सहित सहयोग के विभिन्न पहलू शामिल हैं। इस दिशा में ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) व ग्रीस के प्रतिनिधियों ने बातचीत की है।
एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. टीजी. सीताराम ने ग्रीस दूतावास में ग्रीक राजदूत दिमित्रियोस इओन्नौ, ग्रीस दूतावास में मिशन के उप प्रमुख, एलेक्जेंड्रोस बौडोरिस और राजनीतिक-सांस्कृतिक मामलों की प्रथम परामर्शदाता, इसमिनी पानागोपोलू के साथ चर्चा का नेतृत्व किया। इस बैठक को दोनों देशों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में अधिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है।
बैठक वार्ता के दौरान, प्रोफेसर सीताराम ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग की महत्ता पर जोर दिया और कहा, “हमारा आगामी भविष्य केवल इस समझ पर निर्मित किया जा सकता है कि हम अपनी चुनौतियों और अवसरों को स्वीकार करते हुए सीमा पार सहयोग के माध्यम से उनका सामना कैसे कर सकते हैं। ग्लोबलीकरण के इस युग में, हर शिक्षा संस्थान एक राष्ट्र का निर्माण करता है। वह यह समझता है कि अपनी आंखें बंद रख वह सब कुछ सुनने की क्षमता प्रदान नहीं कर सकता।”
राजदूत इओन्नौ ने इस पहल के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की और ग्रीक शिक्षा मंत्रालय को एआईसीटीई के इरादे की सिफारिश करने का आश्वासन दिया है। राजनीतिक और सांस्कृतिक परामर्शदाता इसमिनी पानागोपोलू ने इस तालमेल और बढ़ावे के लिए एआईसीटीई को संबंधित ग्रीक अधिकारियों के साथ जोड़ने का वादा किया।
ग्रीक मिशन के उप प्रमुख एलेक्जेंड्रोस बौडोरिस ने आपसी सीखने के अवसरों के बारे में बात की और कहा, “हम सभी को एक-दूसरे की धारणा और वास्तविकताओं से बहुत कुछ सीखना है।”
उन्होंने “यूरेका- ईयू रिसर्च, एजुकेशन एंड नॉलेज एलायंस” नामक एक मंच बनाने के प्रयासों के लिए हेलेनिक इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमी की भी सराहना की।
बैठक का आयोजन हेलेनिक इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमी द्वारा किया गया था और कमिश्नर अटैचे, योगी कोचर ने प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान के लिए एक स्कॉलरशिप की घोषणा की जो “वाईओएल” नामक शीर्षक से जाने जाने वाले हैप्पीनेस कार्यक्रम को अपनाता है।
–आईएएनएस
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