रांची, 3 मार्च (आईएएनएस)। कोयला लिंकेज के दुरुपयोग के मामले में ईडी ने शुक्रवार को झारखंड खनिज विकास निगम (जेएसएमडीसी) के पूर्व प्रोजेक्ट डायरेक्टर अशोक कुमार सिंह के आवासों और ठिकानों के अलावा कई अन्य कंपनियों के खिलाफ छापेमारी की। अशोक कुमार को झारखंड की पूर्व खनन सचिव निलंबित आईएएस पूजा सिंघल का करीबी बताया जाता है।
ईडी की टीमें अशोक कुमार के रांची आवास के अलावा हजारीबाग, रामगढ़ एवं अन्य स्थानों पर स्थित कंपनियों के कार्यालयों सहित 14 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही हैं।
अशोक कुमार जेएसएमडीसी में पिछले साल दिसंबर तक कोयला और रेत प्रभारी सह परियोजना अधिकारी के तौर पर पोस्टेड थे। कांट्रैक्ट आधारित सेवा के बावजूद उन्हें वरीय आईएएस अफसर की कृपा से अत्यंत महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंप दी गई थीं। अशोक कुमार पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप थे, लेकिन उसे इन पदों पर बनाए रखा गया।
आरोप है कि अशोक कुमार सिंह की कई छोटी और मझोली कंपनियों से मिलीभगत थी और उसने इन कंपनियों को आंतरिक इस्तेमाल के लिए कोयला परमिट जारी किए, लेकिन ये कंपनियां खुले बाजार में कोयले का कारोबार करती थीं।
आरोप है कि अशोक कुमार सिंह ने रिश्वत लेकर कोयला आवंटन पत्र उपलब्ध कराए। ईडी जेएसएमडीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशकों की भूमिका की भी जांच कर रहा है।
अशोक कुमार को शुरूआत में जेएसएमडीसी में गढ़वा जिले के परियोजना अधिकारी के पद पर कांट्रैक्ट के आधार पर नियुक्त किया गया था। फिर उन्हें उन्हें रेत-प्रभारी-सह-कोयला-प्रभारी सह स्थापना अधिकारी के रूप में पदोन्नत किया गया।
जेएसएमडीसी एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है और एक संविदा कर्मचारी को स्थायी पद पर नियुक्त और पदोन्नत नहीं किया जा सकता, लेकिन अशोक कुमार के मामले में इन नियमों को ताक पर रख दिया गया।
कोयले का चालान जारी करने में गड़बड़ी के मामले में अशोक कुमार के खिलाफ गढ़वा जिले में केतार थाना कांड संख्या 04/2019 में आईपीसी की धारा 420, 379 और 411 और जेएमएमसी नियम की धारा 54 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
आरोप यह भी है कि अशोक कुमार ने गढ़वा जिले में खनिज निगम का प्रोजेक्ट अधिकारी रहते चिनिया प्रखंड में अपनी पत्नी विद्या शर्मा के नाम 8.47 एकड़ खान आवंटित करा ली थी।
–आईएएनएस
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