रांची, 15 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में आपराधिक गिरोह रंगदारी की मांग को लेकर कारोबारियों को निशाना बना रहे हैं। पिछले एक महीने के भीतर राज्य में अपराधियों की गोलीबारी में तीन कारोबारियों और एक पुलिसकर्मी की मौत हुई है, जबकि चार कारोबारी घायल हुए हैं।
रंगदारी के लिए थ्रेट कॉल की घटनाएं तो हर दूसरे-तीसरे दिन सामने आ रही हैं।
जमशेदपुर के जुगसलाई इलाके में रविवार की रात बाइक से घर लौट रहे टायर शॉप के मालिक मोहम्मद मजीद पर अपराधियों ने कई राउंड फायरिंग की। मोहम्मद मजीद और उनके साथ बाइक पर बैठे उनके साथी महफूज आलम इस हमले में जख्मी हो गए। दोनों को इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है।
बताया गया है कि रंगदारी की रकम के लिए उनपर मुजाहिद उर्फ बबलू खान, अल्तमस और सब्बे नामक अपराधियों ने फायरिंग की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के निवासी बस ट्रांसपोर्टर तालेश्वर साव को बीते मंगलवार को अपराधियों ने गोली मार दी थी। दो दिनों के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
बीते चार जनवरी को रांची के रातू इलाके में कोयला कारोबारी अभिषेक श्रीवास्तव को अपराधियों ने दिनदहाड़े गोलियों से भून डाला था। वह अपनी फॉर्च्यूनर कार पर सवार होकर पिपरवार कोयला साइडिंग जाने के लिए निकले थे। इसी दौरान स्कॉर्पियो पर सवार होकर आए अपराधियों ने उनपर कम से कम 11 गोलियां बरसाई थीं।
8 जनवरी को हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ में नर्सिंग होम संचालक परमेश्वर प्रसाद को अपराधियों ने गोली मारी थी। उन्हें जख्मी हालत में इलाज के लिए हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया।
बताया जा रहा है कि गोली मारने की घटना के पीछे रंगदारी की मांग करने वाले अपराधी हैं।
धनबाद के टुंडी थाना क्षेत्र में 31 दिसंबर-1 जनवरी की रात कारी टांड़ मैदान के पास 53 वर्षीय मछली कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इसी तरह 8 दिसंबर को जमशेदपुर शहर के मानगो में भीड़-भाड़ वाले इलाके में अपराधियों की फायरिंग में एक जमीन कारोबारी मोहम्मद सज्जाद उर्फ तांगा और पुलिस जवान रामदेव की मौत हो गई थी।
–आईएएनएस
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