जबलपुर, देशबन्धु. पमरे के जबलपुर मंडल में अधिकारियों की उदासीनता एवं लापरवाही का ग्राफ दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. मंडल रेल प्रबंधक जबलपुर में अनुशासनहीनता बरतने वाले नियम कानून की सरे आम धज्जियां उड़ाने वाले टीटीई ट्रेन टिकट निरीक्षकों की तो बल्ले बल्ले हो गई है.
इन टिकट निरीक्षकों का खौफ और इतना जबरदस्त प्रभाव है कि यह अपनी मनपसंद ट्रेनों में ही ड्यूटी लगायी जाती है एक टीटीई तो सरे आम डयूटी कार्ड पास पर सरेआम दुरूपयोग भी किया परंतु इस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई न होना भी एक बहुत ही बड़े आश्चर्य का विषय माना जा रहा है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर मंडल से लगभग अप एवं डाउन दिशा में लगभग 120 ट्रेनों का संचालन नियमित किया जाता है.
जानकारी के अनुसार मुख्य रेलवे स्टेशन में मुख्य टिकट निरीक्षक (डी) द्वारा सैकड़ों टिकट निरीक्षकों की प्रति दिन ट्रेनों में डयूटी लगायी जाती है इसमें जिन टीटीई की कोई पहुंच या प्रभाव नहीं होता है उसकी डयूटी नियम, कानून का हवाला देते हुए ही ट्रेनों में लगायी जाती है.
इसके अलावा जो भी टीटीई सहजोर है या दमखम रखता है, या जिसने प्रभावशाली यूनियन की छतरी पकड़ रखी है, वह अपनी इच्छानुसार ट्रेनों में ड्यूटी करता है. पमरे के मुख्य रेलवे स्टेशन में यह भी चर्चा है कि यह टिकट निरीक्षक मनमाफिक ट्रेनों में ड्यूटी करता है और अपनी मनमर्जी वाली डयूटी करने के लिए अपने साथी को भी उपक्रत करने में पीछे नहीं रहता है यह टीटीई तो नियम कानून को जेेब में रखकर ही चलता है इस प्रकार का सिलसिला बीते कई माह से लगातार चल रहा है.
इतना सभी कुछ होने के बावजूद रेलवे के किसी भी अधिकारियों के पास इतनी फुर्सत ही नहीं है कि वह इस प्रकार की अनुशासनहीनता को वह लगाम लगा सके. पमरे के स्टेशन से चंद कदम की दूरी पर महाप्रबंधक मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय है, यहां पर जोन और मंडल के मुखिया की पदस्थापना होने के बावजूद जबलपुर की कार्यप्रणाली इस प्रकार है तो कोटा और भोपाल मंडल की कार्यप्रणाली का सहजता से अंदाज लगाया जा सकता है.
यहां इस बात का उल्लेख करना आवश्यक है कि मंडल के वाणिज्य विभाग में लगभग आधा दर्जन मुख्य वाणिज्य निरीक्षक और दो सहायक वाणिज्य प्रबंधक की पदस्थापना होने के बावजूद भी यह सभी अधिकारियों की फौज केवल आलीशान चैम्बर में बैठकर ही कार्य करने में अपनी औपचारिकता ही प्रदर्शित कर रहे हैं मंडल रेल प्रबंधक कमल तलरेजा एक अनुभवी और कुशल प्रशासक के तौर पर अपनी अलग पहचान बनाए हैं, वह इस प्रकार की भर्राशाही पर लगाम लगाएंगे इसकी सभी को उम्मीद है.