नई दिल्ली, 23 फरवरी (आईएएनएस)। युवा मामलों और खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए विभिन्न आरोपों की रिपोर्ट देने के लिए निगरानी कमेटी को दो सप्ताह का समय दिया है।
ओलंपियन बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के नेतृत्व वाले पहलवानों द्वारा डब्ल्यूएफआई, उसके अध्यक्ष और कोचिंग स्टाफ के मानसिक और यौन उत्पीड़न के खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों की जांच के लिए मंत्रालय ने दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति नियुक्त की थी।
निरीक्षण समिति को मूल रूप से अपनी रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक महीने का समय दिया गया था। लेकिन मंत्रालय ने समय सीमा बढ़ा दी है।
मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा, युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) ने पहलवानों के एक समूह द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ दायर की गई शिकायत से संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कुश्ती के लिए निरीक्षण समिति की अवधि दो सप्ताह बढ़ा दी है। ओवरसाइट कमेटी के अनुरोध पर समय का विस्तार किया गया है।
बयान में कहा गया, विस्तार समिति को सौंपे गए अन्य कार्यों पर भी लागू होता है, जिसमें जांच के दौरान डब्ल्यूएफआई का दिन-प्रतिदिन का प्रशासन शामिल है।
डब्ल्यूएफआई के मामलों की जांच के अलावा, खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ के दिन-प्रतिदिन के मामलों को संभालने के लिए निगरानी समिति को भी अधिकृत किया था।
बृजभूषण शरण सिंह और कार्यकारी समिति को महासंघ के दिन-प्रतिदिन के कामकाज में शामिल नहीं होने का निर्देश देते हुए, मंत्रालय ने पहलवानों द्वारा वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति को भी अधिकृत किया।
–आईएएनएस
आरजे/एएनएम