डिब्रूगढ़ (असम), 5 दिसंबर (आईएएनएस)। डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय रैगिंग मामले के मुख्य आरोपी राहुल छेत्री ने सोमवार को तिनसुकिया जिले के लेखापानी थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
रैगिंग की घटना सामने आने के बाद से आरोपी फरार था, जिसमें एमकॉम प्रथम सेमेस्टर के एक छात्र आनंद शर्मा को खुद को अत्यधिक मानसिक और शारीरिक यातना से बचाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में छात्रावास की दो मंजिला इमारत से कूदना पड़ा था।
गंभीर रूप से घायल शर्मा को सर्जरी करानी पड़ी। फिलहाल उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
अस्पताल में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, आनंद शर्मा ने दावा किया कि रैगिंग की घटना के पीछे राहुल छेत्री मुख्य आरोपी था।
उन्होंने कहा, उस दिन जब मैं लाइब्रेरी से हॉस्टल लौटा तो राहुल ने मुझे पीटना शुरू कर दिया।
इस बीच छेत्री ने आत्मसमर्पण करने से पहले एक पत्र लिखा जिसमें उसने खुद को निर्दोष बताया।
छेत्री ने लिखा, 24 नवंबर को डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय में हुई घटना पर मुझे खेद है और मैं अपने भाई आनंद शर्मा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रैगिंग की घटना से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मेरा नाम इस घटना में घसीटा गया है। मैं बेहद हैरान हूं।
लॉ का छात्र होने के नाते मैं देश के कानून का सम्मान करता हूं और करता रहूंगा। मुझे उस घटना के बाद छिपने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसने पूरी घटना में सनसनी फैला दी। मुझे लगा कि मामले में मेरा नाम घसीटे जाने के बाद लोग मुझ पर हमला करेंगे। मुझे पूरी घटना में मुख्य खलनायक बनाया गया है और कुछ को उल्फा-आई कैडर के रूप में भी चित्रित किया गया है। मैं वास्तव में आनंद शर्मा के लिए न्याय चाहता हूं। कानून को अपना कानूनी काम करने दें और पीड़ित को न्याय दें।
छेत्री को बाद में डिब्रूगढ़ की एक अदालत में पेश किया गया। उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
–आईएएनएस
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