नोएडा, 19 मार्च (आईएएनएस)। होली पर लोग खुशियों के त्योहार को मना रहे थे। तो वहीं दूसरी तरफ नोएडा से दो दर्दनाक मामले सामने आए जिसमें रोड एक्सीडेंट में दो लोगों की मौत हो गई।
दोनों ही युवक डिलीवरी ब्यॉय का काम करते थे। होली के दिन काम पर जाते हुए दोनों युवकों को कार चालकों ने टक्कर मार दी। उसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया वहां डॉक्टरों ने इनको मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि बंटी (23) नोएडा में डिलीवरी बॉय का काम करता था।
बीते बुधवार को बंटी डिलीवरी करने के लिए जा रहा था। जैसे ही वह पर्थला सेक्टर-112 सर्विस रोड पर पहुंचा तो एक अज्ञात वाहन चालक ने लापरवाही से बंटी की स्कूटी पर टक्कर मार दी। उसके बाद स्कूटी क्षतिग्रस्त हो गई और बंटी बुरी तरीके से घायल हो गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दूसरे मामले के मुताबिक सेक्टर 39 थाना क्षेत्र में सलारपुर में रहने वाला दीपक बिग बास्केट में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता था। होली के दिन वह डिलीवरी करने के लिए लोटस बुलेवर्ड अपनी स्कूटी से जा रहा था। उसी दौरान दोपहर करीब तीन बजे एक होंडा कार ने लोटस वेलवेट के गेट नंबर 1 पर उसकी स्कूटी पर जोरदार टक्कर मार दी।
घटनास्थल में मौजूदा लोगों ने दीपक को मौके पर निठारी अस्पताल में भर्ती कराया और पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी। इसके बाद हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया। सेक्टर 39 थाना प्रभारी अजय चेहर ने बताया कि सूचना मिलने पर मौके में पहुंची पुलिस ने दीपक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और उसके बाद पुलिस की कार्रवाई से आरोपी कार चालक को भी हिरासत में ले लिया।
इस तरीके के बढ़ते हादसे इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि अब कहीं ना कहीं कंपटीशन बहुत ज्यादा है और घड़ी की नोक पर डिलीवरी ब्वॉय की नौकरी चल रही है। बहुत सारे ऐप ऐसे हैं जिन्होंने टाइम ड्यूरेशन फिक्स कर दिया है कि महज 10 मिनट के अंदर ही आपके घर पर सामान की डिलीवरी हो जाएगी और उस डिलीवरी के चक्कर में डिलीवरी ब्वॉय सबसे ज्यादा जोखिम उठाकर उस सामान की डिलीवरी करते नजर आ रहे हैं।
डिलीवरी ब्वॉय के साथ हो रहे हैं एक्सीडेंट के बढ़ते मामलों को देखकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब तय समय सीमा के अंदर ही सामान पहुंचाने की जद्दोजहद में एक्सीडेंट के मामलों को बढ़ा दिया है। कंपनी और ऐप का डिलीवरी ब्वॉय के ऊपर इतना ज्यादा प्रेशर रहता है कि वह बहुत ज्यादा तेज स्पीड और बिना नियमों का पालन किए वाहन को चलाते हैं। जिसके चलते एक्सीडेंट होना लाजमी है। साथ ही साथ डिलीवरी ब्वॉय अपने साथ काफी सामान भी रखते हैं जो उनकी गाड़ी पर अतिरिक्त भार के रूप में रहता है। तेज गाड़ी चलाने से जब गाड़ी डिसबैलेंस होती है तो उनकी जान पर भी बन आती है।
फूड एप बेस एक कंपनी में डिलीवरी पार्टनर के रूप में काम करने वाले बाल गोविंद मिश्रा बताते हैं कि बीते दिनों 15 मार्च को उन्होंने नोएडा के 104 से एक रेस्टोरेंट्स रिकॉर्डर पिक अप कर लिया जिसके बाद उनके घर से फोन आता है कि उनकी बच्ची काफी बीमार है जिसके पेट में दर्द हो रहा है। इमरजेंसी में उन्होंने उसे दिखाने के लिए डिलीवरी से पहले अपने घर का रास्ता लिया और घर पहुंच गए वहां से उन्होंने अपने फूड ऐप के कस्टमर केयर पर फोन कर यह बात बताया कि किसी और से डिलीवरी करवा दी जाए लेकिन कंपनी ने उन्हें ही फोर्स किया कि वही जाकर जिस पते की डिलीवरी है वहां पर करें नहीं तो उन पर पेनल्टी लगा दी जाएगी।
जब उन्होंने ऐसा करने से मना किया तो उन पर दोगुना जुर्माना कंपनी की तरफ से लगा दिया गया। इस मामले को लेकर बाल गोविंद मिश्रा ने लेबर कोर्ट में भी अपील की है फिलहाल अभी तक कोई सुनवाई होती दिखाई नहीं दे रही है। बाल गोविंद मिश्रा ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए बताया जब वह लोग 10 घंटे का लॉगिन रखते हैं तब करीब 500 का काम होता है और कंपनी की तरफ से उन्हें 200 मिलते हैं। 15 से 16 घंटे का लॉगिन रखने पर 750 के करीब का काम होता है और उन्हें 350 रुपए मिलते हैं।
उनके मुताबिक कई बार रेस्टोरेंट और अन्य लोग गुंडागर्दी करते हैं और बदमाशी करते हुए आर्डर जल्दी तैयार दिखाते हैं लेकिन जब वहां पर डिलीवरी ब्वॉय पहुंचता है तो उसे आर्डर सही समय पर तैयार नहीं मिलता काफी इंतजार करना पड़ता है इसमें भी बार-बार डिलीवरी ब्वॉय को ही नोटिस दिया जाता है जबकि यह बदमाशी और गुंडागर्दी संबंधित रेस्टोरेंट की होती है।
उन्होंने बताया कि इस समय डिलीवरी बॉय की स्थिति बहुत ही बुरी है और अगर नौकरी करनी है तो घड़ी के कांटे को देखकर ही चलना पड़ेगा नहीं तो नौकरी भी जाएगी और जुर्माना भी अलग से लगेगा।
–आईएएनएस
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