नई दिल्ली, 18 जनवरी (आईएएनएस)। डीएमआई ग्रुप ने घरेलू डिजिटल ईएमआई फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म जेस्टमनी (जेस्ट) का अधिग्रहण कर लिया है, कंपनी ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। हालांकि ये नहीं बताया गया है कि ये डील कितने में हुई है।
यह घटनाक्रम स्टार्टअप के दिसंबर, 2023 के अंत तक परिचालन बंद करने के निर्णय के बाद आया है।
डीएमआई की एनबीएफसी शाखा, डीएमआई फाइनेंस, जेस्ट प्लेटफॉर्म पर एक पसंदीदा ऋणदाता होगी। इस अधिग्रहण के माध्यम से, डीएमआई के पास सभी जेस्ट ब्रांडों के उपयोग का विशेष अधिकार होगा।
यह अधिग्रहण डीएमआई को जेस्टमनी चेकआउट फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म को जोड़कर वर्तमान और संभावित ग्राहकों के साथ अपने जुड़ाव को व्यापक बनाने में सक्षम बनाएगा।
डीएमआई के सह-संस्थापक और संयुक्त प्रबंध निदेशक शिवाशीष चटर्जी ने कहा, “हमने विभिन्न क्षमताओं में आठ साल तक जेस्टमनी के साथ भागीदारी की है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि यह अधिग्रहण पूरे भारत में बड़े पैमाने पर डिजिटल वित्तीय समावेशन प्रदान करने की हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”
जेस्ट के ऑनलाइन और ऑफलाइन मर्चेंट नेटवर्क में डीएमआई अपने ग्राहक आधार, बैलेंस-शीट की ताकत और महत्वपूर्ण जोखिम-प्रबंधन अनुभव भी लाएगा।
जेस्ट के मुख्य परिचालन अधिकारी मंदार सातपुते ने कहा, “डीएमआई भारत में डिजिटल ऋण देने में सबसे आगे रहा है। वह मजबूत पूंजी समर्थन और गहरी विशेषज्ञता लाता है। डीएमआई जेस्टमनी का शुरुआती समर्थक रहा है।”
2008 में स्थापित डीएमआई डिजिटल फाइनेंस, हाउसिंग फाइनेंस और एसेट मैनेजमेंट में मुख्य व्यवसायों के साथ एक अखिल भारतीय वित्तीय सेवा प्लेटफॉर्म है।
इसने 1.5 अरब डॉलर से अधिक की निवेश पूंजी जुटाई है और इसे वैश्विक संस्थागत निवेशकों, रणनीतिक पारिवारिक कार्यालयों और अग्रणी अंतरराष्ट्रीय बैंकों का समर्थन प्राप्त है।
–आईएएनएस
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