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Home राष्ट्रीय

डीयू ने रिकॉर्ड समय में जारी किया रिजल्ट, फर्जी रिजल्ट का नोटिफिकेशन सोशल मीडिया पर

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June 22, 2023
in राष्ट्रीय
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डीयू ने रिकॉर्ड समय में जारी किया रिजल्ट, फर्जी रिजल्ट का नोटिफिकेशन सोशल मीडिया पर
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नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। एक नोटिफिकेशन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों को हैरान किया है। अधिसूचना के अनुसार, लगभग 42 प्रतिशत छात्र स्नातक पाठ्यक्रमों की सेमेस्टर-1 परीक्षा में असफल रहे। हालांकि बाद में यह नोटिफिकेशन फर्जी पाया गया। सेमेस्टर 1 परीक्षाओं के परिणामों के संबंध में फर्जी अधिसूचना अपडेट की गई। इसके अलावा इन जालसाजों ने दिल्ली विश्वविद्यालय का नकली आधिकारिक लेटरहेड भी बनाया।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

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प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। एक नोटिफिकेशन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों को हैरान किया है। अधिसूचना के अनुसार, लगभग 42 प्रतिशत छात्र स्नातक पाठ्यक्रमों की सेमेस्टर-1 परीक्षा में असफल रहे। हालांकि बाद में यह नोटिफिकेशन फर्जी पाया गया। सेमेस्टर 1 परीक्षाओं के परिणामों के संबंध में फर्जी अधिसूचना अपडेट की गई। इसके अलावा इन जालसाजों ने दिल्ली विश्वविद्यालय का नकली आधिकारिक लेटरहेड भी बनाया।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। एक नोटिफिकेशन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों को हैरान किया है। अधिसूचना के अनुसार, लगभग 42 प्रतिशत छात्र स्नातक पाठ्यक्रमों की सेमेस्टर-1 परीक्षा में असफल रहे। हालांकि बाद में यह नोटिफिकेशन फर्जी पाया गया। सेमेस्टर 1 परीक्षाओं के परिणामों के संबंध में फर्जी अधिसूचना अपडेट की गई। इसके अलावा इन जालसाजों ने दिल्ली विश्वविद्यालय का नकली आधिकारिक लेटरहेड भी बनाया।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। एक नोटिफिकेशन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों को हैरान किया है। अधिसूचना के अनुसार, लगभग 42 प्रतिशत छात्र स्नातक पाठ्यक्रमों की सेमेस्टर-1 परीक्षा में असफल रहे। हालांकि बाद में यह नोटिफिकेशन फर्जी पाया गया। सेमेस्टर 1 परीक्षाओं के परिणामों के संबंध में फर्जी अधिसूचना अपडेट की गई। इसके अलावा इन जालसाजों ने दिल्ली विश्वविद्यालय का नकली आधिकारिक लेटरहेड भी बनाया।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। एक नोटिफिकेशन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों को हैरान किया है। अधिसूचना के अनुसार, लगभग 42 प्रतिशत छात्र स्नातक पाठ्यक्रमों की सेमेस्टर-1 परीक्षा में असफल रहे। हालांकि बाद में यह नोटिफिकेशन फर्जी पाया गया। सेमेस्टर 1 परीक्षाओं के परिणामों के संबंध में फर्जी अधिसूचना अपडेट की गई। इसके अलावा इन जालसाजों ने दिल्ली विश्वविद्यालय का नकली आधिकारिक लेटरहेड भी बनाया।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। एक नोटिफिकेशन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों को हैरान किया है। अधिसूचना के अनुसार, लगभग 42 प्रतिशत छात्र स्नातक पाठ्यक्रमों की सेमेस्टर-1 परीक्षा में असफल रहे। हालांकि बाद में यह नोटिफिकेशन फर्जी पाया गया। सेमेस्टर 1 परीक्षाओं के परिणामों के संबंध में फर्जी अधिसूचना अपडेट की गई। इसके अलावा इन जालसाजों ने दिल्ली विश्वविद्यालय का नकली आधिकारिक लेटरहेड भी बनाया।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

प्रोफेसर रावत ने सभी छात्रों से कहा कि वे इस तरह के फर्जी प्रचार से चिंतित न हों।

सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे इस फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद, हम घोषणा करते हैं कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 57.36 प्रतिशत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन परीक्षा प्रोफेसर डीएस रावत ने आईएएनएस को बताया कि यह एक फर्जी अधिसूचना है जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जा रहा है।

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सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे फर्जी नोटिफिकेशन में कहा गया है, हमें नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2023 के कार्यान्वयन के बाद फरवरी-मार्च में आयोजित सेमेस्टर-1 परीक्षाओं के परिणामों के बारे में नवीनतम अपडेट साझा करते हुए खुशी हो रही है। हम कुल मिलाकर 57.36 प्रतिशत उत्तीर्ण होने की घोषणा करते हैं। जालसाजों ने इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल किया। फर्जी अधिसूचना में बीए कार्यक्रम के छात्रों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी गई, क्योंकि उन्होंने इन परीक्षाओं में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि यह पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में आधिकारिक तौर पर 3 कार्यक्रमों बीए, बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) का परिणाम घोषित किया है। इस आधिकारिक घोषणा में कुल 36756 छात्रों यानी लगभग 50 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है। छात्रों के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए।

प्रोफेसर रावत ने बताया कि कुछ शरारती लोगों ने पासआउट छात्रों के कम प्रतिशत के संबंध में एक फर्जी अधिसूचना प्रसारित की। प्रोफेसर रावत ने बताया कि आधिकारिक तौर पर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का मूल्यांकन रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 11 मई से 1 जून तक आयोजित की गईं। परीक्षा शाखा ने मूल्यांकन की सख्त समय सीमा जारी की और 7200 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को ईमेल भेजा गया। मूल्यांकन की प्रगति देखने के लिए डीन एग्जामिनेशन और ओएसडी एग्जामिनेशन ने केंद्रीय मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। तीन सप्ताह के भीतर 8.5 लाख से अधिक लिपियों का मूल्यांकन किया गया। अब डेटा का संकलन प्रगति पर है और जल्द ही अंतिम सेमेस्टर के छात्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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