नई दिल्ली, 21 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अब महज कुछ ही घंटे बाकी बचे हैं। शुक्रवार 22 सितंबर की सुबह चुनाव हैं। इस बीच छात्र संगठनों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी स्टूडेंट्स से मताधिकार के उपयोग के लिए अपील की है।
दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन, छात्र संघ चुनाव से जुड़ी आधिकारिक टीम, पुलिस व प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रों से आग्रह किया है कि छात्र जीवन में मताधिकार के प्रयोग का यह अवसर उन्हें अपने अधिकारों को समझने और एक अच्छे नागरिक के रूप में विकसित करने में सहायक है।
एबीवीपी से डूसू चुनाव में इस बार अध्यक्ष पद पर तुषार डेढ़ा, उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनकड़, सचिव पद पर अपराजिता तथा संयुक्त सचिव पद पर सचिन बैंसला चुनाव लड़ रहे हैं। डूसू चुनाव में एबीवीपी के प्रत्याशियों ने छात्रों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए कैंपेन किया।
वहीं, कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई की ओर से अध्यक्ष पद पर हितेश गुलिया, उपाध्यक्ष के लिए अभि दहिया, सचिव पर यक्ष्ना शर्मा और संयुक्त सचिव पर शुभम चौधरी चुनाव लड़ेंगे।
एनएसयूआई का कहना है कि उन्होंने इन चुनाव के दौरान छात्र समस्याओं से जुड़े मुद्दों को सामने रखा है। डूसू में सह-सचिव रहीं व एबीवीपी दिल्ली की छात्रा प्रमुख शिवांगी खरवाल ने कहा कि देश में महिलाओं के नेतृत्व के लिए नई राहें खुल रही हैं।
बीते वर्षों में एबीवीपी के पैनल से ही डीयू में छात्राओं को नेतृत्व मिला है। उन्होंने कहा कि छात्राओं के मूलभूत मुद्दों जैसे गर्ल्स हॉस्टल, सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीन, महिला सुरक्षा तथा महिलाओं को बराबर नेतृत्व देने का कार्य एबीवीपी डूसू चुनाव जीतकर करेगी।
एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स यूनियन चुनाव में एनएसयूआई ने रामजस कॉलेज, श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज, दयाल सिंह कॉलेज सहित अनेक जगहों पर जिस प्रकार से बड़े पैमाने पर हिंसा की है, वह डरावना है। एबीवीपी, एनएसयूआई की गुंडागर्दी का विरोध डीयू छात्रों के साथ मिलकर करेगी।
एनएसयूआई ने भी चुनाव से ठीक पहले सभी छात्रों से अपील की है कि वह उनके उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करें। एनएसयूआई ने यह आरोप भी लगाया है कि उनको मिल रहे समर्थन से बौखला कर विपक्षी छात्र संगठन अनुशासनहीनता एवं गुंडागर्दी करके माहौल खराब कर रहे हैं।
एनएसयूआई के दिल्ली प्रदेश के प्रभारी नितिश गौंड ने बताया की दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव में एनएसयूआई की तरफ से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं संयुक्त सचिव प्रत्याशियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस सब के बावजूद पुलिस उल्टा एनएसयूआई के पदाधिकारी को गिरफ्तार करने का काम कर रही है।
–आईएएनएस
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