चेन्नई, 18 मई (आईएएनएस)। तमिलनाडु पुलिस की एलीट सीबी-सीआईडी ने तमिलनाडु में श्शराब से हुई मौतों की जांच शुरू कर दी है।
विल्लुपुरम जिले और उससे सटे चेंगलपट्टू जिले में दो अलग-अलग घटनाओं में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की मौत हो गई और 55 लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
विल्लुपुरम में मारकन्नम और चेंगलपट्टू में मारकन्नम के बीच की दूरी सिर्फ 50 किमी है और पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या दोनों जगहों पर एक ही नकली शराब बांटी गई थी।
एडीएसपी गोमती विल्लुपुरम जिले में सीबी-सीआईडी जांच के प्रभारी हैं, जबकि एडीएसपी महेश्वरी चेंगलपट्टू शराब से हुई मौतों की जांच कर रही सीबी-सीआईडी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
गौरतलब है कि जान गंवाने वाले 22 लोगों में से 14 विल्लुपुरम जिले के मरक्कनम के हैं जबकि 8 चेंगलपट्टू जिले के मरुथंथकम के हैं।
तमिलनाडु पुलिस पहले ही केमिकल इंजीनियर और जयशक्ति केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक एस. इलाया नांबी को मेथनॉल की आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है, जिसका इस्तेमाल औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। उसके खिलाफ हत्या का आरोप भी लगाया गया है।
पुलिस ने तमिलनाडु के विल्लुपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में जहरीली शराब बांटने वाले 16 लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप भी लगाया है।
स्थानीय पुलिस जांच के अनुसार, इलाया नांबी ने पुडुचेरी के बरकतुल्लाह उर्फ राजा और आर एझुमलाई को 66,000 रुपये की कीमत पर 1200 लीटर मेथेनॉल बेचा था। छोटे-मोटे तस्करों ने इन लोगों से कम मात्रा में शराब खरीदी और इसे विल्लुपुरम जिले के मरक्कानम के एकियारकुप्पम और चेंगलपट्टू जिले के मरुथंथकम के पास सीतामुर में लोगों को वितरित किया।
यह ध्यान दिया जा सकता है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) पहले ही तमिलनाडु सरकार को जहरीली शराब त्रासदी को लेकर नोटिस जारी कर चुका है।
–आईएएनएस
पीके/एएनएम