न्यूयॉर्क, 20 मई (आईएएनएस)। अपनी गगनचुंबी इमारतों के वजन से न्यूयॉर्क शहर प्रति वर्ष लगभग 1-2 मिमी डूब रहा है, एक अध्ययन से पता चलता है कि समुद्र का स्तर बढ़ने से इसकी 80 लाख से अधिक की आबादी पर तटीय बाढ़ का खतरा है।
अथ्र्स फ्यूचर नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि शहर समुद्र के स्तर में वृद्धि, अवतलन, और प्राकृतिक और मानवजनित कारणों से तूफान की तीव्रता में तेजी से बढ़ते जोखिम का सामना कर रहा है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण में शोधकर्ताओं द्वारा किए गए उपग्रह अवलोकनों ने पूरे न्यूयॉर्क शहर में औसत 1-2 मिमी/वर्ष अवतलन दर का प्रदर्शन किया। हालांकि, निचले मैनहट्टन, ब्रुकलिन, क्वींस और उत्तरी स्टेटन द्वीप के कुछ हिस्सों को हर साल 2.75 मिमी की तेज दर से डूबते पाया गया।
शोधकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा, न्यूयॉर्क दुनिया भर में विस्तार कर रहे तटीय शहरों का द्योतक है। बाढ़ के बढ़ते खतरे के खिलाफ शमन की एक साझा वैश्विक चुनौती है।
जैसे-जैसे तटीय शहर विश्व स्तर पर विकसित होते हैं, निर्माण घनत्व और समुद्र के स्तर में वृद्धि के सम्मिलित प्रभाव से बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।
शोधकर्ताओं ने शमन रणनीतियों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, तटीय, नदी, या झील के किनारे निर्मित हर अतिरिक्त ऊंची इमारत भविष्य में बाढ़ के जोखिम में योगदान दे सकती है।
इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने पाया कि चिकनी मिट्टी से समृद्ध क्षेत्रों में अवतलन में वृद्धि की आशंका है क्योंकि यह मिट्टी नरम और दबाव में अंदर ही अंदर बहने की क्षमता रखती है।
अध्ययन से पता चला है कि दुनिया भर में ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना बड़े शहरों के तेजी से बढ़ने का अनुमान है और 2050 तक दुनिया के 70 प्रतिशत लोग शहरों में रहेंगे।
अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप पर प्रमुख शहरों में अवतलन देखा गया है, और आबादी बढ़ने पर यह समस्या और भी बदतर हो सकती है।
भूवैज्ञानिकों ने कहा, बढ़ते शहरीकरण से भूजल दोहन और निर्माण घनत्व बढ़ने के कारण अवतलन की आशंका बढ़ जाएगी, जो समुद्र के स्तर में तेज वृद्धि के साथ मिलकर तटीय शहरों में बढ़ते बाढ़ के खतरे को बढ़ाता है। उन्होंने बढ़ते तटीय शहरों में बाढ़ के प्रभाव कम करने वाली रणनीतियों का आह्वान किया।
–आईएएनएस
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