हैदराबाद, 12 दिसंबर (आईएएनएस) । तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) के अध्यक्ष बी. जनार्दन रेड्डी ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है, लेकिन राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने अभी तक इसे स्वीकार नहीं किया है।
राजभवन ने उन खबरों का खंडन किया है कि राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
तमिलिसाई सौंदर्यराजन फिलहाल पुडुचेरी में हैं, जहां वह उपराज्यपाल का कार्यभार संभाल रही हैं। राजभवन के अधिकारियों ने जनार्दन रेड्डी का इस्तीफा भेज दिया है और यह अभी भी उनके विचाराधीन है।
सोमवार शाम मुख्यमंत्री ए.रेवंत रेड्डी से मुलाकात के कुछ मिनट बाद जनार्दन रेड्डी राजभवन पहुंचे थे और अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
पूर्व आईएएस अधिकारी जनार्दन रेड्डी ने सचिवालय में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने जनार्दन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान टीएसपीएससी की कार्यप्रणाली पर गुस्सा व्यक्त किया था, जो प्रश्नपत्रों के लीक होने और परीक्षा रद्द होने के कारण खराब हुई थी।
सहायक अभियंता (एई), ग्रुप- I प्रारंभिक और डीएओ परीक्षा से संबंधित टीएसपीएससी प्रश्न पत्र इस साल मार्च में लीक हो गए थे। मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने टीएसपीएससी के कुछ कर्मचारियों समेत करीब 100 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी मामले की जांच की।
टीएसपीएससी पेपर लीक मामला एक बड़ा मुद्दा बन गया था, इसमें विपक्षी दलों ने तत्कालीन बीआरएस सरकार पर दोषरहित तरीके से परीक्षा आयोजित करने में विफलता को लेकर निशाना साधा था, जिसके कारण पेपर लीक हुए और ग्रुप -1 प्रारंभिक परीक्षा और अन्य परीक्षाओं को स्थगित और रद्द कर दिया गया था।
पेपर लीक के बाद, टीएसपीएससी ने ग्रुप-1 प्रारंभिक परीक्षा रद्द कर दी थी, जो अक्टूबर 2022 में आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए 2.87 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।
हालांकि पुन: परीक्षा जून 2023 में आयोजित की गई थी, लेकिन कुछ उम्मीदवारों ने बायोमेट्रिक परीक्षण नहीं लेने सहित परीक्षा के संचालन पर संदेह जताते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उच्च न्यायालय ने परीक्षा फिर से रद्द कर दी और उचित तरीके से परीक्षा आयोजित करने में विफल रहने के लिए टीएसपीएससी की खिंचाई की।
परीक्षाओं को बार-बार रद्द करने और स्थगित करने से बेरोजगार युवाओं ने कड़ा विरोध जताया था, जिन्होंने टीएसपीएससी बोर्ड को खत्म करने की मांग की थी।
ऐसा माना जाता है कि यह उन कारकों में से एक है, जिसने हाल के विधानसभा चुनावों में बीआरएस के खिलाफ काम किया।
पिछली बीआरएस सरकार ने 19 मई, 2021 को जनार्दन रेड्डी को टीएसपीएससी का अध्यक्ष नियुक्त किया था।
1996-बैच के आईएएस अधिकारी, जनार्दन रेड्डी ने सरकार में सचिव, उच्च शिक्षा, और जीएचएमसी और एचएमडीए के आयुक्त सहित कई प्रमुख पदों पर कार्य किया। टीएसपीएससी के अध्यक्ष का पद संभालने के लिए उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति से कुछ महीने पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
पिछली सरकार ने टीएसपीएससी में चेयरमैन के साथ सात सदस्यों की भी नियुक्ति की थी। सदस्यों द्वारा भी अपना इस्तीफा देने की संभावना है।
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्टी ने टीएसपीएससी को पुनर्जीवित करने और परीक्षा आयोजित करके और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा करके सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने का वादा किया था।
नई सरकार अपने वादे को पूरा करने की दिशा में पहले कदम के रूप में नए बोर्ड की नियुक्ति कर सकती है।
–आईएएनएस
सीबीटी
एमएस/डीपीबी