हैदराबाद, 2 जून (आईएएनएस)। तेलंगाना सरकार के साथ लगातार मनमुटाव के बीच राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने शुक्रवार को कहा कि लोग उनके साथ हैं।
उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि राज्य सरकार ने उन्हें तेलंगाना स्थापना दिवस समारोह के लिए आमंत्रित किया है या नहीं।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करने जा रही हूं कि निमंत्रण दिया गया या नहीं। मैं तेलंगाना के लोगों के साथ हूं और तेलंगाना के लोग भी मेरे साथ हैं। मैंने उनके साथ जश्न मनाया। मैं बस इतना ही कह सकती हूं।
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने नवनिर्मित राज्य सचिवालय में आयोजित मुख्य स्थापना दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
राज्यपाल ने पहले शिकायत की थी कि उन्हें सचिवालय के उद्घाटन और डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 125 फीट की प्रतिमा के अनावरण सहित कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए आमंत्रित नहीं किया गया।
तमिलिसाई ने कहा कि उन्होंने उन लोगों को आमंत्रित किया जिन्होंने 1969 में तेलंगाना के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा, मैंने उनके साथ स्थापना दिवस मनाया और मुझे उनका सम्मान करते हुए गर्व हो रहा है।
मुख्यमंत्री केसीआर की हालिया टिप्पणी कि राज्यपाल का पद केवल सजावटी है, के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, आज का जश्न इसका जवाब है। मेरे दरवाजे हमेशा लोगों के लिए खुले हैं।
तमिलिसाई ने कहा कि वह लोगों के समर्थन और उनके प्यार और स्नेह से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के गौरव को दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखकर उनका दिल खुशी से भर गया।
तमिलिसाई, जो पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर भी हैं, बाद में केंद्र शासित प्रदेश के लिए रवाना हो गईं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाव दिया है कि राज्य गठन दिवस सभी राज्यों में मनाया जाना चाहिए।
हैदराबाद के राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने तेलुगु में अपना भाषण दिया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लिए आंदोलन का एक विशेष स्थान है। इसमें सभी वर्गों के लोगों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि यह अहिंसक आंदोलन था, लोगों ने तेलंगाना के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
–आईएएनएस
एसकेपी