नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने दक्षिण दिल्ली में बीएसईएस के फर्जी रंगदारी रैकेट का पर्दाफाश करने का दावा किया है। पुलिस ने कहा है कि इस दौरान पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी बिजली के मीटर से छेड़छाड़ करते थे और फिर सेटलमेंट का झांसा देकर रंगदारी वसूलते थे।
गिरफ्तार आरोपियों की न्यू गोविंदपुरा निवासी साहिल गोयल, शाहदरा निवासी अजय कुमार, वेस्ट रोहताश नगर निवासी अमित कुमार तोमर और नरेश अंतिल अथवा अमरदीप शर्मा उत्तर प्रदेश के बागपत के रहने वाले हैं। पुलिस ने कहा कि साहिल गिरोह का सरगना था, जबकि अमरदीप, नरेश और अमित बीएसईएस में फील्ड एक्जीक्यूटिव के रूप में अनुबंध के आधार पर काम कर चुके थे।
दक्षिण दिल्ली के डीसीपी चंदन चौधरी के मुताबिक, 18 जनवरी को एक व्यक्ति ने सीआर पार्क थाने में सूचना दी कि बीएसईएस के चार-पांच लोग उसके घर गए और उसे बताया कि उसके बिजली के मीटर में छेड़छाड़ हुई है। उन्होंने कहा कि उसे बीएसईएस को 5 लाख रुपये का जुमार्ना देना होगा।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने मामले सुलझाने के लिए उनसे 50,000 रुपये रिश्वत मांगी थी। बातचीत के बाद, वह 32,000 रुपये में सबूत मिटाने पर सहमत हो गया। डीसीपी ने कहा कि शिकायतकर्ता के बयान पर आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
डीसीपी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने आरोपी व्यक्तियों को रिश्वत देने के लिए राजी किया और उन्हें सावित्री फ्लाईओवर के नीचे भुगतान करने के लिए बुलाया। इस दौरान पुलिस भी वहां पहुंच गई। जैसे ही शिकायतकर्ता ने आरोपी को 32,000 रुपये दिए, तभी पुलिस ने छापेमारी कर नरेश और अमित को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों को भी अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि गिरोह में अजय की मुख्य भूमिका है और वह बिजली के मीटर की सील से छेड़छाड़ करता था और पीड़ित के बिजली के मीटर में फाल्ट पैदा कर उससे पैसे वसूल करता था। अधिकारी ने कहा, अगर कोई पीड़ित आई-कार्ड मांगता था, तो अमरदीप, अमित और नरेश बीएसईएस के उपभोक्ता का विश्वास जीतने के लिए अपना पहचान पत्र दिखाते थे।
–आईएएनएस
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