देहरादून, 16 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तराखंड के दारोगा भर्ती घोटाले में 20 संदिग्ध सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। दारोगा भर्ती घोटाला वर्ष 2015-16 में हुआ था। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के आदेश अनुसार यह बड़ा फैसला दरोगा भर्ती घोटाले में लिया गया है। हालांकि इस बात की आशंका है कि आने वाले दिनों में कुछ और संदिग्ध दरोगा भी निलंबित हो सकते हैं।
दरअसल, 2015-16 दरोगा भर्ती घोटाले की जांच विजिलेंस की टीम कर रही है। अभी तक की जांच में 40 से अधिक दारोगा पर परीक्षा में धांधली कर नियुक्ति पाने का आरोप है। विजिलेंस अभी कई साक्ष्य सबूत एकत्र कर विवेचना में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि आरोपी दारोगाओं के शैक्षिक प्रमाण पत्र की भी जांच हो रही है। ऐसा अंदेशा जताया गया है कि दारोगा भर्ती मामले में नियुक्ति पाने वाले कई दारोगा के शैक्षिक प्रमाण पत्र भी फर्जी हैं। ऐसे में विजिलेंस अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है। इसके लिए प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में तैनात आरोपित दारोगाओं के बारे में कई तरह की जानकारी भी विजिलेंस की टीम जुटा रही है।
वहीं दारोगा भर्ती मामले में सस्पेंड किए गए 20 दरोगा के मामले एडीजी डॉ वी. मुरुगेशन ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के आदेश के तहत की गई है। आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि जब तक इस मामले की पूरी जांच नहीं हो जाती संदिग्ध 20 दारोगा निलंबित रहेंगे।
–आईएएनएस
स्मिता/एएनएम