नई दिल्ली, 8 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर यमुना प्रदूषण का स्थायी समाधान खोजने के लिए दिल्ली और हरियाणा के बीच तत्काल एक बैठक बुलाने का आग्रह किया है।
उन्होंने खट्टर को याद दिलाया कि सीवेज को नजफगढ़ नाले में छोड़े जाने से पहले के उपचार के लिए हरियाणा के सिंचाई विभाग द्वारा एसटीपी स्थापित करने के आश्वासन के बावजूद अभी तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है, और इसलिए जल्द से जल्द बैठक करने का अनुरोध किया है।
एलजी ने अपने पत्र में पालम विहार ड्रेन (एल1), धर्मपुर ड्रेन (एल2), और बादशाहपुर ड्रेन (एल3) के उपचार के मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ टेलीफोन पर अपनी पिछली चर्चाओं का उल्लेख किया है, जिसमें गाद, अनुपचारित सीवेज और हरियाणा से नजफगढ़ नाले में औद्योगिक कचरा बहाए जाने का जिक्र किया गया था।
दो राज्यों – दिल्ली और हरियाणा की ओर से सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करते हुए एलजी ने पत्र में कहा है कि नजफगढ़ नाले से यमुना में जहरीले निर्वहन से न केवल दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह हरियाणा और उत्तर प्रदेश को भी प्रभावित करता है।
इससे पहले, एलजी ने 9 जुलाई, 2022 को जयपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक में यमुना प्रदूषण के मुद्दे पर चर्चा की थी। इसके बाद 26 जुलाई को केंद्रीय गृह सचिव द्वारा एक अनुवर्ती बैठक भी बुलाई गई थी।
2022 में हरियाणा सिंचाई विभाग के विज्ञापन में नजफगढ़ नाले में निर्वहन से पहले सीवेज के 100 प्रतिशत उपचार को सुनिश्चित करने के लिए एसटीपी स्थापित करने का आश्वासन दिया गया था।
–आईएएनएस
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