नई दिल्ली, 8 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सबके सामने हैं। इस बार भाजपा का 27 साल का वनवास खत्म हुआ है। वहीं, चुनाव के नतीजों में जनता ने आम आदमी पार्टी (आप) की झोली में जो सीटें डाली हैं, उनमें सबसे ज्यादा उन इलाकों से हैं, जहां पर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ जनता ने उठाया है। चाहे वह सरकारी स्कूल हो, फ्री बिजली हो, सरकारी बस में फ्री सफर हो या मोहल्ला क्लीनिक की सुविधा।
आम आदमी पार्टी के खाते में आई कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जिनमें जातीय समीकरण भी काम आया है और कैंडिडेट की अपनी पहचान ने भी उसे सीट दिलाई है।
आम आदमी पार्टी के खाते में जो सीटें आईं हैं, उनमें से एक किराड़ी विधानसभा क्षेत्र से “आप” के अनिल झा ने बाजी मारी है। सदर बाजार विधानसभा में भी सोमदत्त ने जीत दर्ज की है। चांदनी चौक से पुनर्दीप सिंह साहनी ने बाजी मारी है। मटिया महल से आले मोहम्मद इकबाल जीते हैं। बल्लीमारान से इमरान हुसैन जीते हैं। इन सभी सीटों पर ज्यादातर मतदाता एक विशेष समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। ये पहले कांग्रेस का वोट बैंक हुआ करता था। बाद में यह आम आदमी पार्टी (आप) में शिफ्ट हो गया।
इसके अलावा पटेल नगर से प्रवेश रतन ने जीत दर्ज की है। तिलक नगर से जरनैल सिंह ने जीत दर्ज की है। इनकी अपनी पहचान भी इस चुनाव में काफी काम आई है। वहीं, दिल्ली कैंट से वीरेंद्र सिंह कादियान ने बाजी मारी है। देवली से प्रेम कुमार चौहान विजयी हुए हैं। कालकाजी विधानसभा सीट से दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने अपनी साख बचाई है। तुगलकाबाद में सहीराम पहलवान ने जीत दर्ज की है। इसके बाद जो सीट आम आदमी पार्टी के खाते में आई हैं, उनमें बदरपुर से राम सिंह नेताजी, ओखला से अमानतुल्लाह खान और कोंडली से कुलदीप कुमार ने बाजी मारी है।
इसके बाद वे इलाके हैं, जहां पर अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का वहां रहने वाली गरीब तबके की जनता ने भरपूर इस्तेमाल लाभ लिया और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को जमकर वोट दिया। इन इलाकों में सीमापुरी से वीर सिंह धींगान, सीलमपुर से जुबैर चौधरी, बाबरपुर से गोपाल राय, गोकुलपुर से सुरेंद्र कुमार ने अपनी सीट पर जीत दर्ज की है। इन सभी इलाकों में लगभग वह आबादी रहती है, जो मिडिल क्लास आय वर्ग से नीचे आती है।
–आईएएनएस
पीकेटी/एबीएम