नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता दो दिनों के भीतर खराब स्तर पर पहुंच जाएगी।
हालांकि, शनिवार को शहर में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 164 “मध्यम श्रेणी” में दर्ज किया गया।
एसएएफएआर ने भी रविवार को ऐसी भविष्यवाणी की थी। पीएम 2.5 186 तक पहुंचने वाला है, जबकि पीएम 10 के 177 तक पहुंचने की उम्मीद है, दोनों मध्यम श्रेणी में हैं।
एसएएफएआर ने आगे कहा कि दो दिनों के बाद पीएम 2.5 के 239 तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि पीएम 10 के 205 तक पहुंचने की उम्मीद है, दोनों खराब श्रेणी में हैं।
सीपीसीबी के अनुसार, शनिवार शाम को आनंद विहार में एक्यूआई 265 यानी खराब श्रेणी में दर्ज किया गया, अलीपुर में यह 235 (खराब श्रेणी) था, जबकि बवाना में एक्यूआई 305 – बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया।
आईजीआई हवाईअड्डे पर देखा गया कि शनिवार शाम तक एक्यूआई खराब श्रेणी – 211 तक पहुंच गया था।
हालाँकि, लोधी रोड पर एक्यूआई मध्यम श्रेणी में 136 था। आईटीओ में भी एक्यूआई मध्यम श्रेणी में 189 दर्ज किया गया और सिरीफोर्ट में एक्यूआई मध्यम श्रेणी में 179 दर्ज किया गया।
1 अक्टूबर को, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सर्दियों के मौसम के दौरान प्रदूषण के स्तर में संभावित वृद्धि की आशंका को देखते हुए शनिवार (आज) से राष्ट्रीय राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) लागू करने की घोषणा की थी।
जीआरएपी दिल्ली की शीतकालीन कार्य योजना का एक केंद्रीय घटक है, जिसमें चार चरण शामिल हैं।
सर्दी के मौसम में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार विंटर एक्शन प्लान पर काम कर रही है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) “खराब” श्रेणी में आने पर जीआरएपी चरणों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
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