deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

दीपक, हुसामुद्दीन और निशांत की निगाहें विश्व मुक्केबाजी में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक पर

by
May 11, 2023
in ताज़ा समाचार
0
दीपक, हुसामुद्दीन और निशांत की निगाहें विश्व मुक्केबाजी में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक पर
0
SHARES
6
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

READ ALSO

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग के शेष मैच स्थगित किए

सिर्फ आतंकी कैंपों को निशाना बनाने पर पूरी दुनिया में भारत की प्रशंसा हो रही : अशोक गहलोत

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

ADVERTISEMENT

ताशकंद, 11 मई (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार, मोहम्मद हुसामुद्दीन और निशांत देव अपने अब तक के असाधारण अभियान से प्रेरणा लेते हुए देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगे। भारत के ये तीन मुक्केबाज शुक्रवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रही आईबीए मेन्स वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। विश्व चैंपियनशिप के किसी एक संस्करण में पहली बार तीन भारतीय पुरुष सेमीफाइनल में हिस्सा लेते हुए दिखेंगे।

तय हो चुके तीन पदकों के साथ भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक टूर्नामेंट की पदक तालिका में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। इसमें मेजबान उज्बेकिस्तान ने अब तक 9 पदक जीत लिए हैं जबकि क्यूबा और रूस 6-6 पदकों के साथ दूसरे तथा कजाकिस्तान (5) तीसरे स्थान पर है।

2019 के एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा) सबसे पहले स्वर्ण पदक के लिए भारत की कमान संभालेंगे, जब वह अपने सेमीफाइनल बाउट में विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुके फ्रांस के बिलाल बैनामा से भिड़ेंगे। इस 26 वर्षीय भारतीय ने अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। दीपक ने तीन बार एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और अंतिम-32 दौर के मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को भी पछाड़ा।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए दीपक फाइनल में पहुंचने के लिए जी जान लगा देंगे, जहां उनका सामना रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हसनबॉय दुसमातोव या मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन स्पेन के मार्टिन मोलिना से होगा।

अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) टूर्नामेंट में अपनी पहली उपस्थिति पर ही सफलतापूर्वक फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य रखेंगे। वह क्यूबा के सैदेल होर्ता के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार कांस्य पदक जीत चुके हुसामुद्दीन ने अपने प्रदर्शन को उच्चतम स्तर तक पहुंचाते हुए टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है।

तेलंगाना के रहने वाले अनुभवी हुसामुद्दीन फाइनल में पहुंचने पर संभावित रूप से 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के अब्दुल मालिक खालोकोव या फिर किर्गिस्तान के मुनारबेक सीटबेक-उलु के खिलाफ आमने-सामने होंगे।

सेमीफाइनल में पहुंचने वाले तीन भारतीयों में से एक निशांतदेव (71 किग्रा) सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव के खिलाफ उतरेंगे। करनाल में जन्मे निशांत अब तक सभी जजों को प्रभावित करते हुए तीन जीत दर्ज करके और आरएससी के आधार पर एक मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। निशांत ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल तक के सफर को आगे बढ़ाते हुए इस साल अपने लिए पदक सुरक्षित कर लिया है और अब उनका प्रयास इस पदक को सोने में तब्दील करना होगा।

22 साल के निशांत अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेंगे। फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के दो बार के एशियाई चैंपियन सैदजामशीद जाफारोव या फिर ब्राजील के 2018 दक्षिण अमेरिकी चैंपियन वांडरसन डी ओलिवरिया से हो सकता है।

इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 200,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि रजत पदक विजेताओं को 100,000 अमेरिकी डॉलर तथा कांस्य पदक विजेताओं (दोनों) को 50-50 हजार डॉलर दिए जाएंगे।

–आईएएनएस

आरआर

Related Posts

ताज़ा समाचार

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग के शेष मैच स्थगित किए

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

सिर्फ आतंकी कैंपों को निशाना बनाने पर पूरी दुनिया में भारत की प्रशंसा हो रही : अशोक गहलोत

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

हमें पिनाक जैसी मिसाइलों का प्रयोग करना चाहिए : रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कमांडर शालिनी अग्रवाल

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

बंगाल के नादिया जिले में 16 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

भारत ने पाकिस्तान को आईएमएफ से मिलने वाली सहायता का किया विरोध

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

ट्रंप चाहते हैं भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो : व्हाइट हाउस

May 10, 2025
Next Post
सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को मंजूरी देने की मांग वाली याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रखा

सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को मंजूरी देने की मांग वाली याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रखा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भूकंप के हल्के झटके

तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भूकंप के हल्के झटके

February 19, 2023

राजस्थान में 25-30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जेजेपी : दुष्यंत चौटाला

September 6, 2023

हम कुछ जीत की उम्मीद कर रहे हैं: दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाजी कोच जेम्स होप्स

April 7, 2023

मुंबई में बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक का पहला चरण पूरा, आदित्य ठाकरे ने दी जानकारी

January 10, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080724
Total views : 5868684
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications