तेहरान, 27 जनवरी (आईएएनएस) । पाकिस्तान में ईरानी राजदूत रेजा अमीरी मोकद्दम दोनों पड़ोसियों के बीच थोड़े तनाव के बाद अपने राजनयिक कर्तव्यों को फिर से शुरू करने के लिए इस्लामाबाद लौट आए हैं।
दोनों देशों के बीच हालिया तनाव बढ़ने से पहले वह 16 जनवरी को इस्लामाबाद से ईरान के लिए रवाना हुए थे।
ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने शुक्रवार को ईरानी राजनयिक के हवाले से कहा कि ईरान और पाकिस्तान के बीच गहरे रिश्ते उनके संबंधों को प्रभावित करने वाले मुद्दों को सुलझाने में मदद कर सकते हैं।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने आईआरएनए के हवाले से बताया कि राजदूत ने यह भी उम्मीद जताई कि दोनों देश आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सहयोग करेंगे।
आईआरएनए ने यह भी बताया कि ईरान में पाकिस्तान के राजदूत मुहम्मद मुदस्सिर टीपू शुक्रवार को तेहरान वापस चले गए।
ईरान और पाकिस्तान ने सोमवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि वे शुक्रवार तक अपने राजदूतों को वापस भेजने पर सहमत हुए हैं।
बयान में कहा गया है कि यह निर्णय ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और उनके पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के बीच एक फोन कॉल के बाद लिया गया। इसमें कहा गया है कि अमीर-अब्दुल्लाहियन जिलानी के निमंत्रण पर 29 जनवरी को पाकिस्तान का दौरा करेंगे।
16 जनवरी को, ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के भीतर मिसाइल और ड्रोन हमलों को अंजाम दिया, यह दावा करते हुए कि उसने आतंकवादी समूह जैश उल-अदल को निशाना बनाया था। तब पाकिस्तान ने ईरान के “अपने हवाई क्षेत्र के उल्लंघन” की निंदा की और ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया।
18 जनवरी को, पाकिस्तान ने ईरान के दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान और बलूचिस्तान के एक सीमावर्ती गांव पर मिसाइल हमला किया, इससे ईरान का विरोध शुरू हो गया।
–आईएएनएस
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