जयपुर, 19 नवंबर (आईएएनएस)। राजस्थान के टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट के समरावता गांव में 13 नवंबर को हुए उपचुनाव में एक निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद इलाके में जबरदस्त उपद्रव हुआ था। ग्रामीणों ने कई वाहनों को आग लगा दी थी। इसके बाद नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में राजस्थान सरकार में मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में समरावता गांव के लोगों के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “इस मामले में सरकार के तीन मंत्रियों ने मिलकर गहन चर्चा की है। सकारात्मक रूप से, जो प्रतिनिधिमंडल हमारे पास आया था, उसने जो बातें रखीं, वे न्यायसंगत थीं। मुख्यमंत्री ने भी स्पष्ट रूप से कहा है कि जनहित में जो भी कदम सरकार उठा सकती है, हमें वह उठाने चाहिए। हम समरावता गांव के लोगों के साथ कोई अन्याय नहीं होने देंगे। जो दोषी हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और जो निर्दोष हैं, उन्हें फंसने नहीं दिया जाएगा। यह विपक्ष का यह षड्यंत्र है, और यह सब उन्हीं के कर्मों का परिणाम है।”
उन्होंने आगे कहा, “जब उन्होंने उपखंड और जिले बनाए, तो इन गांवों को दूरस्थ उपखंडों में जोड़ दिया, जिससे यह स्थिति बनी और इसकी परिणति झगड़े में हुई। यह कोई जातिगत झगड़ा नहीं है; अपराधियों ने अपराध किया है और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।”
बता दें इससे पहले इस मामले में भारतीय जनता पार्टी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने भी कहा था कि उपद्रव के दौरान हुए नुकसान की भरपाई सरकार करेगी।
उन्होंने आईएएनएस को बताया था, “इस मामले में यह निर्णय लिया गया है कि जो भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई सरकार करेगी। इस पूरे मामले की जांच एक उच्च अधिकारी, जैसे आयुक्त स्तर के व्यक्ति द्वारा की जाएगी। इसके अलावा, जो गांव देवली क्षेत्र में थे, उनमें से करीब 28 गांवों की मांग थी कि उन्हें उनियारा में किया जाए। उनकी मांग के मुताबिक उन्हें उनियारा में शामिल किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि निर्दोष लोगों को परेशान न किया जाए।”
–आईएएनएस
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