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Home राष्ट्रीय

देशभर के वह राज्य जहां फंस गई भाजपा, नतीजों में इनकी वजह से दिखेगा बड़ा उलटफेर

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June 4, 2024
in राष्ट्रीय
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देशभर के वह राज्य जहां फंस गई भाजपा, नतीजों में इनकी वजह से दिखेगा बड़ा उलटफेर
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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

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भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

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नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के परिणाम अब रुझानों के जरिए स्पष्ट होने लगे हैं। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में जितनी बड़ी जीत के बारे में सोचा था, वह होता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा 2019 के अपने चुनाव परिणाम को दोहराने में भी नाकामयाब नजर आ रही है। एनडीए गठबंधन की अभी तक 290 के करीब सीट पर बढ़त दिख रही है।

इस बार भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में अपनी सेंध लगाई है। वहीं, उत्तर और उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों पर जनता ने उतना विश्वास नहीं दिखाया। जितना 2019 के चुनाव में जनता ने दिखाया था।

भाजपा को कई हिंदी भाषी राज्यों में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ दक्षिण के राज्य कर्नाटक में जहां भाजपा मजबूत स्थिति में थी, वहां भी उसे नुकसान होता नजर आ रहा है। जिन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए को नुकसान हो रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं।

इस सबमें सबसे ज्यादा झटका भाजपा को यूपी में लगता हुआ नजर आ रहा है। यहां की 80 सीटों में भाजपा ने 2014 में 71 और 2019 में 62 सीटें जीती थी। लेकिन, इस बार भाजपा यहां 33 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, भाजपा ने यहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

इसके बाद बिहार में भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वह 9 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, वह 13 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

महाराष्ट्र में भी भाजपा की सीटें फंस गई हैं। यहां एनडीए 21 सीटों और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

राजस्थान की 25 सीटों पर भी भाजपा को झटका मिलता नजर आ रहा है। यहां 2019 में 25 की 25 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार रुझानों में भाजपा 14 सीटों पर आगे चल रही है।

हरियाणा में भी भाजपा को परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां 10 लोकसभा सीटों में भाजपा 5 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, 2019 में यहां 10 की 10 सीटें भाजपा ने जीती थी।

कर्नाटक की बात करें तो यहां की 28 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने अपने दम पर 2019 में 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन अभी यहां भाजपा 16 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, उसकी गठबंधन पार्टनर जेडीएस 2 सीटों पर आगे चल रही है।

पंजाब में भी भाजपा को नुकसान हुआ है, यहां वह एक सीट पर आगे चल रही है।

इसके साथ ही असम की कुल 14 सीटों में से भाजपा 9 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि, यहां भाजपा को इससे बेहतर की उम्मीद थी क्योंकि 2019 में भी यहां भाजपा ने 9 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।

भाजपा को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। यहां की 42 सीटों में भाजपा ने 2019 में 18 सीटें जीती थी। इस बार वह 10 सीटों पर आगे चल रही है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

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