चेन्नई, 23 जनवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु के 4 अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डों पर जंगली जानवरों की विदेशी प्रजातियों की तस्करी को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है, अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
कुछ हफ्ते पहले, चेन्नई और तिरुचि हवाई अड्डों पर सुरक्षा अधिकारियों ने थाईलैंड और कंबोडिया से देश में लाए गए कॉयर स्नेक, बॉल पाइथन, पिग्मी मार्मोसेट्सऔर स्टार कछुओं की विदेशी प्रजातियों को जब्त किया था।
चेन्नई में, विदेशी प्रजातियां एक यात्री के कब्जे से मिली थी, लेकिन तिरुचि में, इन्हें हवाई अड्डे पर लावारिस पाया गया। एयर इंटेलिजेंस यूनिट के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली है कि चेन्नई, कोयम्बटूर और मदुरै हवाईअड्डों के माध्यम से ऐसी और प्रजातियों को देश में लाने की मांग की जा रही है और इनका उपयोग लोग घरेलू पशुओं के रूप में करते हैं। दुर्लभ मामलों में, इनमें से कुछ विदेशी प्रजातियों की चीन में तस्करी की जाती है जहां उन्हें दवाओं के रूप में उपयोग किया जाता है।
सीमा शुल्क ने 2022 में तमिलनाडु के हवाई अड्डों से विदेशी प्रजातियों की 11 जब्ती की थी। जब्त की गई प्रजातियों में अल्बिनो साही, डी ब्रेजा के बंदर, बॉल अजगर, किंग स्नेक और स्टार कछुए शामिल हैं। पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया और पूछताछ करने पर, तमिलनाडु में विदेशी प्रजातियों की तस्करी के पीछे एक बड़े रैकेट की बात सामने आई, जिसमें आरोपियों को भर्ती किया गया था।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में पालतू जानवरों का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है और इन विदेशी प्रजातियों को बाजारों में लाया जा रहा है। ग्रेटर चेन्नई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, विदेशी प्रजातियां एक नया व्यापार है जो धीरे-धीरे कई दक्षिण भारतीय राज्यों में जोर पकड़ रहा है। तमिलनाडु के हवाईअड्डे विदेशी प्रजातियों की तस्करी के लिए हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं। केंद्रीय एजेंसियों ने भी तमिलनाडु के हवाई अड्डों में विदेशी प्रजातियों की तस्करी के संबंध में जानकारी प्रदान की है।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम