पाटन देशबन्धु. जिले की पाटन तहसील से बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है जहां शासकीय अमले की गैर मौजूदगी में कई वेयर हाउस मालिकों ने नियम विरुद्ध तरीके से धान की तुलाई करा कर अपनी दबंगता का परिचय देकर शासन प्रशासन के सामने कई सवाल खड़े कर दिए. किसानों के हित में मोहन यादव सरकार ने 02 दिसंबर से धान की खरीदी शुरू की थी जो 20 जनवरी 2025 तक की जाएगी.हालांकि उपार्जन का समय हफ्ते में सोमवार से शुक्रवार तक ही सरकार ने निर्धारित किया है,जबकि शनिवार और रविवार के दिन खरीदी पूर्णता बंद रहती है.सीएम ने सभी जिलों के कलेक्टरों को धान खरीदी के लिए खरीदी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्थाएं किसानों के लिए करने के सक्त निर्देश दिए हैं.
इन निर्देशों को धता बताते हुए तहसील के कई खरीदी केंदों पर रविवार के दिन गोदाम मालिकों ने धड़ल्ले से धान की तुलाई करा दी. बताया जाता है कि आरछा समिति प्रबंधक प्रज्ञा निधि एवं उपार्जन केंद्र प्रभारी शेख मजीद एवं अन्य जिम्मेदारों की मिलीभगत से शिव शक्ति वेयर हाउस सिमरा के ऑनर सचिन यादव के द्वारा रविवार छुट्टी वाले दिन खरीदी केंद को ओपन करके सैकड़ों कुंटल धान की तुलाई करा कर गोदाम में रखने का सनसनी खेज मामला सामने आया है.मीडिया की पड़ताल में आरछा समिति के अंतर्गत आने वाले शिव शक्ति वेयर हाउस सिमरा खरीदी केंद्र पर रोजाना की तरह पल्लेदार धान की तुलाई कर रहे थे.और कुछ पल्लेदार बोरियों में समिति का टैग लगाकर सिलाई करते हुए दिखे,वही कुछ पल्लेदारों की टीम को धान से भरी बोरियों को गोदाम में रखते हुए देखा गया.
जब केंद्र प्रभारी के बारे में पूछताछ की गई तो बताया कि यहां पर शेख मजीद उपार्जन केंद्र प्रभारी है जो आज नहीं आए हैं वही नीरज पटेल एवं अजय पटेल जो समिति के विक्रेता सदस्य हैं ऐसा समिति प्रबंधक ने बताया है.लेकिन वह भी खरीदी केंद्र पर मौजूद नहीं थे जब नीरज पटेल से मोबाइल पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि में अभी बेलखाडू में हु मेरा आदमी खरीदी केंद्र पर मौजूद है और किसानों के द्वारा लाई धान की खरीद चल रही है जब उनके आदमी से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि में वेयर हाउस लॉजिस्टिक वालो का आदमी हूं जब उनके आई कार्ड दिखने बोला गया तो उन्होंने बताया कि में प्राइवेट व्यक्ति हूं वही गोदाम मालिक सचिन यादव ने बताया कि “यहां सब कुछ में ही हु मेरे द्वारा ही धान की खरीदी की जा रही है”
जब समिति प्रबंधक प्रज्ञा निधि से रविवार छुट्टी वाले दिन धान की खरीद के संबंध में बात पूछी तो उन्होंने बार बार अजय पटेल से मिलने की बात पर जोर दिया उनके द्वारा मीडिया के द्वारा पूछा गया सवाल,छुट्टी वाले दिन धान की खरीदी कैसे चल रही है,और गोदाम मालिक क्यों केंद्र पर उपस्थित होकर धान की तुलाई करा रहे हैं.
इन प्रश्नों का उत्तर न देकर अजय पटेल से मिलने पर जोर देने से ऐसा प्रतीत हुआ कि यह सारा खेल समिति प्रबंधक प्रज्ञा निधि एवं उपार्जन केंद्र प्रभारी शेख मजीद एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत के चलते वेयर हाउस मालिक के द्वारा छुट्टी वाले दिन में बिना सर्वेयर की मौजूदगी में मनमाने ढंग से धान की खरीदी की गई और उक्त धान को गोदाम में रखवा दिया जिसे सोमवार की तारीख पर चढ़ा दिया जाएगा लेकिन बड़ा सवाल यह कि आखिर वेयर हाउस मालिकों को किसका संरक्षण मिला हुआ है जो जिला कलेक्टर के निर्देशों को भी मानने तैयार नहीं हैं. अब देखना होगा इस पूरे मामले पर शासन प्रशासन लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करता है जब इस संबंध में अपर कलेक्टर मीशा सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया.
किसानों को बैठने की उत्तम व्यवस्था मात्र छलावा
जिले के सभी धान खरीदी केंदों पर किसानों के लिए जरूरी सुविधाओं जिनमें पीने के लिए स्वच्छ जल एवं बैठने के लिए स्वच्छ साफ स्थान जैसी मूलभूत सुविधा सुनने में भले की अच्छी लगे लेकिन इन कक्षों को देखने से ऐसा लगता है कि किसानों के लिए यह रूम एक छलावा है. जिनमें वेयर हाउस से संबं[‘धित समान उन कमरों में रखा दिखाई पड़ता है जिसकी वजह से किसान वहां नहीं बैठ सकते है,लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा रस्म अदायगी के चलते खरीदी केंदों पर यह जरूर लिखा दिखाई पड़ता है कि किसानों के बैठने के लिए उत्तम व्यवस्था यहां पर उपलब्ध हैं.