नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात कर धान खरीद में आ रही समस्याओं के समाधान पर चर्चा की।
धान की खरीद न होने से किसान विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और पंजाब के कई शहर इसकी चपेट में आ गए हैं। केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद सीएम मान ने कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था धान पर काफी ज्यादा निर्भर करती है। ऐसे में हमने केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को रखा। इस बार 180 लाख टन धान हम सेंटर पूल में देंगे। हमें डर है कि जो दिक्कत पिछले दो साल में हुई है वह इस बार भी हो सकती है। हमारी मांग है कि मिलिंग के दौरान नए चावल को जगह मिले और पुराने को वहां से हटाया जाए। पिछले साल वाला सात लाख टन चावल उठा लिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने वादा किया है कि जो भी चावल पड़ा है उसे 31 मार्च तक उठा लिया जाएगा। यदि विक्रेता को धान कहीं और लेकर जानी पड़ी तो उसके परिवहन का खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी।
भगवंत मान ने कहा कि सूखे हुए धान पर भी रिसर्च चल रही है। आढ़तियों की समस्याओं को जल्द हल करने का भी भरोसा दिलाया गया है। केंद्रीय मंत्री ने यकीन दिलाया है कि हमारी मांगे मानी जाएंगी। धान के अलावा जिन भी फसलों की देश को जरूरत है, हम उगाने के लिए तैयार हैं।
विरोध-प्रदर्शन के दौरान किसान यूनियनों ने रविवार को राजमार्गों और रेलवे पटरियों को बाधित किया, जिससे कई यात्री ट्रेनें प्रभावित हुईं।
आढ़ती भी खरीद पर 2.5 प्रतिशत कमीशन की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं। वहीं, चावल मिल मालिक भी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि पुराने स्टॉक को स्टोर से बाहर निकालकर नए स्टॉक के लिए जगह बनाई जाए।
–आईएएनएस
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