नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस) अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप की अंतरिक्ष एजेंसियों ने भारत के चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर बधाई दी है।
इसरो के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में चंद्रयान-3 मिशन ने बुधवार को इतिहास रच दिया, भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। पूर्ववर्ती यूएसएसआर, अमेरिका और चीन के बाद भारत चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया।
40 दिनों से अधिक समय तक लगभग 3.84 लाख किमी की यात्रा करने के बाद लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरा।
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के लिए इसरो को बधाई! और चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग करने वाला चौथा देश बनने पर भारत को बधाई। हम इस मिशन में आपका भागीदार बनकर खुश हैं!”
यूके स्पेस एजेंसी ने कहा, “इतिहास बन गया! इसरो को बधाई।”
चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान में एक प्रणोदन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम), एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है।
लैंडिंग के साथ, 600 करोड़ रुपये के चंद्रयान -3 मिशन का एक बड़ा हिस्सा पूरा हो गया है। शेष भाग चंद्रमा रोवर है जो लैंडर से नीचे लुढ़क रहा है, चारों ओर घूम रहा है और प्रोग्राम किए गए प्रयोग कर रहा है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने एक्स पर कहा, “अविश्वसनीय! इसरो, चंद्रयान_3 और भारत के सभी लोगों को बधाई!!”
उन्होंने कहा, “नई प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने और किसी अन्य खगोलीय पिंड पर भारत की पहली सॉफ्ट लैंडिंग हासिल करने का यह कैसा तरीका है।”
इस प्रक्रिया में ईएसए के समर्थन पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि एजेंसी “महान सबक सीख रही है और महत्वपूर्ण विशेषज्ञता प्रदान कर रही है।”
–आईएएनएस
एसजीके