मुंबई, 25 फरवरी (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की पार्टी की नेता और विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे के मर्सिडीज वाले बयान पर बवाल मचा हुआ है।
शिवसेना नेता शंभूराज देसाई ने मंगलवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान नीलम गोरहे के मर्सिडीज वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी। क्या आप नीलम गोरहे के बयान से सहमत हैं। इस सवाल के जवाब में शंभूराज देसाई ने कहा कि सोमवार को इसके बारे में मैंने बात की है। नीलम गोरहे विधान परिषद की उपसभापति हैं। वह एक संवैधानिक पद पर काम कर रही हैं। उनके बयान के ऊपर हम लोगों और मंत्रियों का बात करना ये संसदीय कार्य प्रणाली में ठीक नहीं है। नीलम गोरहे ने जो कहा है वो उन्होंने खुद का अनुभव बताया है।
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को नीलम गोरहे के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। सीएम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि नीलम गोरहे उस पार्टी में थीं, मैं उस पार्टी में नहीं था, तो पार्टी में क्या चल रहा है, वो ही बता सकती हैं। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता आनंद दुबे ने नीलम गोरहे के आरोप पर सोमवार को कहा था कि जब हम राजनीतिक सामाजिक जीवन में लड़ाई लड़ते हैं तो विचारों की लड़ाई लड़ते हैं। व्यक्तिगत रूप से कोई लड़ाई नहीं लड़ता। लेकिन नीलम गोरहे ने हमारी पार्टी को बदनाम करने का काम किया है। हमारे नेताओं के ऊपर आरोप लगाए हैं कि दो मर्सिडीज देने के बाद ही वहां पद मिलते हैं। नीलम से हम पूछना चाहते हैं कि आपने कितनी मर्सिडीज दी हैं? आपको 20 साल सत्ता भोगने का सुख मिला। वे कई बार विधायक रही हैं। वे बड़े-बड़े संवैधानिक पदों पर रहीं। पार्टी ही आपको बनाती है। जब पार्टी संकट में होती है तो आप लोग पार्टी को भला बुरा कहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में चल रहे 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के दौरान नीलम गोरहे ने आरोप लगाया था कि शिवसेना (यूबीटी) में मर्सिडीज देने पर पद मिलते थे। उनके इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मची हुई है।
–आईएएनएस
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