नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना कार्मिकों की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग बढ़ाने के लिए कोच्चि स्थित दक्षिणी नौसेना कमान में इंटीग्रेटेड सिमुलेटर परिसर (आईएससी) ध्रुव की शुरूआत की गई है।
आईएससी ध्रुव में आधुनिक और अत्याधुनिक स्वदेशी तरीके से निर्मित सिमुलेटर हैं। यह सिमुलेटर भारतीय नौसेना में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाएंगे। यह सिमुलेटर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग हासिल करने वाले नौसैनिकों को रियल टाइम नेविगेशन, समुद्री बेड़ों के संचालन और नौसेना के युद्ध कौशल का अनुभव प्रदान करेंगे।
नौसेना का कहना है कि सिमुलेटर इस प्रकार डिजाइन किए गए हैं, जिनसे नौ सैनिकों को बिल्कुल असली समुद्री हालात का अनुभव व ट्रेनिंग मिलेगी। यहां एक और खास बात यह भी है कि भारत में बनाए गए इन सिमुलेटरों का उपयोग भारत के मित्र देशों के सैन्य कार्मिकों के प्रशिक्षण के लिए भी किया जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 21 जून को इंटीग्रेटेड सिमुलेटर परिसर (आईएससी) ध्रुव का उद्घाटन किया। परिसर में परिकल्पना किए गए कई सिमुलेटरों के बीच, रक्षा मंत्री ने मल्टी स्टेशन हैंडलिंग सिमुलेटर (एमएसएसएचएस ), एयर डायरेक्शन और हेलिकॉप्टर नियंत्रण सिमुलेटर (एडीएचसीएस) तथा एस्ट्रोनेविगेशन डोम का अवलोकन किया।
नई दिल्ली स्थित एआरआई प्रा. लि. द्वारा निर्मित शिप हैंडलिंग सिमुलेटर का निर्यात 18 देशों में किया गया है। इंफोविजन टेक्नोलॉजिज प्रा. लि. द्वारा निर्मित्त एस्ट्रोनेविगेशन डोम भारतीय नौसेना में अपनी तरह का पहला डोम है।
भारतीय नौसेना ने बताया कि डीआरडीओ प्रयोगशाला के इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम्स स्टडीज एंड एनालिसिस द्वारा विकसित एयर डायरेक्शन और हेलिकॉप्टर नियंत्रण सिमुलेटर प्रशिक्षुओं को रियल टाइम ऑपरेशनल एनवायरमेंट का परि²श्य उपलब्ध कराने में सक्षम होगा।
प्रौद्योगिकी के मामले में उन्नत ये सिमुलेटर आत्मनिर्भर भारत पहल का संकेत देते हैं और राष्ट्र के लिए बड़ी निर्यात क्षमता की संभावना उत्पन्न करते हैं। स्वदेशी तरीके से विकसित कुछ अन्य सिमुलेटरों में कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम और मैरीटाइम डोमेन लैब शामिल हैं। उद्घाटन के दौरान राजनाथ सिंह ने इन सिमुलेटरों के विकास में शामिल कंपनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की।
–आईएएनएस
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