deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

पंजाब : कोर्ट ने पंचायत चुनाव के खिलाफ याचिका की खारिज, चुनाव प्रक्रिया पर लगी रोक भी हटाई

by
October 15, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

READ ALSO

जैकी भगनानी ने फिल्म ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दी सफाई, बताया प्रोजेक्ट से जुड़े हैं या नहीं

पाकिस्तानी ड्रोन के निशाने पर थे निर्दोष नागरिक, भारतीय सेना ने मार गिराया

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

ADVERTISEMENT

चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को पंचायत चुनाव से संबंधित सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके साथ ही 250 से ज्यादा पंचायतों में चुनावी प्रक्रिया पर लगी रोक को भी हटा दिया। हाई कोर्ट के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

पंजाब सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर एक साथ आठ अलग-अलग विषयों पर सुनवाई शुरू की। इसमें वार्डबंदी, नामांकन खारिज करने, वीडियोग्राफी और अन्य मामले शामिल थे। कोर्ट ने वीडियोग्राफी की मांग की याचिका को छोड़कर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं हैं।

इस सुनवाई के संबंध में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और अधिवक्ता अर्शदीप सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “पंजाब पंचायत चुनाव में किस तरह की धांधली हो रही है, यह हम सभी लोगों के सामने है। यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। पहले तो इन लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया और जिन लोगों ने दाखिल करने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में कोर्ट में हजारों याचिका दाखिल की थी। ऐसा लग रहा है जैसे सरकारी तंत्र ने आम आदमी पार्टी के आगे घुटने टेक दिए हों। इसी वजह से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज फिर इस मामले की सुनवाई हुई। मौजूदा स्थिति से यह साफ हो रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को पंचायती चुनाव में निर्विरोध जिताने का काम किया जा रहा है और यह सब सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति से साफ हो चुका है कि किस तरह से पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में तानाशाही फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कुछ लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं।”

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

Related Posts

ताज़ा समाचार

जैकी भगनानी ने फिल्म ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दी सफाई, बताया प्रोजेक्ट से जुड़े हैं या नहीं

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

पाकिस्तानी ड्रोन के निशाने पर थे निर्दोष नागरिक, भारतीय सेना ने मार गिराया

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

भारत-पाक तनाव पर संजय दत्त का संदेश, ‘आतंकवादी अब समझ लें कि ये देश झुकता नहीं’

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

स्क्वैश विश्व चैंपियनशिप: वीर, अनाहत ने बड़ी जीत दर्ज कर दूसरे दौर में प्रवेश किया

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

अदाणी ग्रुप के माइनिंग लॉजिस्टिक्स के लिए भारत के पहले हाइड्रोजन-पावर्ड ट्रक को दिखाई गई हरी झंडी

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

वो बोला ‘मोदी को बोलो!’, कंगना ने विस्फोटक वीडियो से दिया जवाब- ‘ले, बता दिया!’

May 10, 2025
Next Post

असम के मोरीगांव जेल से फरार कैदी झील में पाया गया मृत

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

झारखंड में सब्जियों का बंपर उत्पादन, लेकिन भाव में जबरदस्त गिरावट से किसानों में मायूसी

झारखंड में सब्जियों का बंपर उत्पादन, लेकिन भाव में जबरदस्त गिरावट से किसानों में मायूसी

February 9, 2023
निक्की ने शादी का सर्टिफिकेट ऑनलाइन शेयर करने की गहलोत को धमकी दी थी : सूत्र

निक्की ने शादी का सर्टिफिकेट ऑनलाइन शेयर करने की गहलोत को धमकी दी थी : सूत्र

February 22, 2023

भारत में रजिस्टर्ड इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की संख्या 28 लाख के पारः केंद्र

December 11, 2024
बिहार : अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

बिहार : अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

August 10, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080874
Total views : 5870154
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In