सतना, देशबन्धु। उच्य शिक्षा विभाग में होने वाली लापरवाही अब खुलकर सामने आने लगी हैं। कई वर्षों से बनी इस सस्या के चलते पर्यवेक्षकों का भुगतान भी अटका हुआ है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस संबंध में पत्रचार भी किया जा चुका है इसके बाद भी उक्त राशि जहां जानी चाहिए वहां न जाकर दूसरे कॉलेज में पहुंच गई है। जिसके चलते अब पर्यवेक्षक परीक्षा कार्य के बहिष्कार की तैयारी कर रहे हैं।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक एपीएस विश्वविद्यालय द्वारा गलत भुगतान के चलते पत्र क्रमांक वित्त/2024/126 दिनांक 13जून 2024 को प्राचार्य इंद्रा स्मृति महाविद्यालय रामनगर को पत्र भेजकर सात दिवस के अंदर 91682 शासकीय महाविद्यालय रामनगर को भेजने के निर्देश दिए थे, लेकिन आज दिनांक तक उक्त निजी महाविद्यालय द्वारा उक्त रकम महाविद्यालय को प्राप्त नहीं हुई ,जिसके चलते तमाम पर्यवेक्षकों को विगत कई सालो से पर्यवेक्षण कार्य का पारिश्रमिक नहीं दिया जा सका।
खाली पड़े हैं पद
इस संबंध में बताया गया है कि रामनगर शासकीय महाविद्यालय के 90 प्रतिशत पदों में विगत दो वर्षों से अब तक विषय विशेषज्ञ प्राध्यापक/अतिथि विद्वान नियुक्त नहीं हो पाए। वही विगत तीन वर्षों से संचालित परीक्षाओं के विक्षकीय कार्यों का पारिश्रमिक भी नहीं मिल पाया, जिसके चलते वीक्षक भी आक्रोशित है